महोबा । जनपद का राजकीय बालिका इंटर कॉलेज लंबे समय से जर्जर भवन में चल रहा है। छात्राएं जीर्ण-शीर्ण भवन में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं। छत से मलबा गिरने के कारण अभिभावक दहशत में बने रहते हैं। स्कूल के नए भवन का निर्माण कार्य धीमी गति से होने से अभी तक कार्य पूर्ण नहीं हो सका है।
जिले के कुलपहाड़ कस्बा में स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज का भवन बेहद जर्जर हालत में है। यह नगर का इकलौता बालिका इंटर कॉलेज है। तहसील भवन की पुरानी इमारत में 1998 में विद्यालय की शुरुआत की गई थी। वर्षों से छात्राएं इस विद्यालय में पढ़ रही हैं। अभिभावकों के द्वारा कई बार जर्जर भवन से विद्यालय को हटाने की मांग उठाई गई, लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हो सका है। बरसात के दिनों में कक्षाओं के संचालन के दौरान कई बार छत से मलबा गिर चुका है। दरकीं दीवारों से खतरों की आहट के कारण छात्राओं के अभिभावक उनको स्कूल भेजने से डरते हैं। छात्राओं की सुरक्षा को लेकर अभिभावक प्राइवेट स्कूलों में उनका प्रवेश कराने को मजबूर हैं। जिससे साल दर साल विद्यालय में छात्राओं की संख्या में कमी हो रही है।
कस्बा निवासी बब्लू यादव का कहना है कि कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्र की छात्राओं के लिए यह इकलौता बालिका विद्यालय है। विद्यालय में 24 से ज्यादा गांव की छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने के लिए पहुंचती हैं। लंबे समय से जर्जर भवन की समस्या अभिभावकों को सता रही है, जिस कारण से लोग सरकारी बालिका विद्यालय से छात्राओं का नाम कटवा कर दूसरे विद्यालय में प्रवेश करा रहे हैं।