बांदा: बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने की खबर है. बताया जा रहा है कि तबियत बिगड़ने के बाद मुख्तार अंसारी को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. सूत्रों के मुताबिक, माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में इलाज चल रहा है. मेडिकल कॉलेज के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. मेडिकल कॉलेज के पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है. वही जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और जेल प्रशासन के अधिकारी इस मामले में पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं.
सारी ने अपनी जान को बताया था खतरा
बता दें कि कुछ दिनों पहले ही मुख्तार अंसारी ने अपनी जान को खतरा बताया था. उन्होंने कोर्ट में खुद को जहर देने की साजिश की आशंका जताई थी. इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में बांदा जेल के जेलर और दो डिप्टी जेलरों को सस्पेंड भी किया गया था. इसके साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू की गई. बता दें कि मुख्तार अंसारी को बीते गुरुवार को ऐंबुलेंस केस में कोर्ट में पेश होना था, लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हुए. उन्होंने अपने वकील के माध्यम से अदालत को प्रार्थना पत्र भेजकर बांदा जेल में अपनी जान को खतरा बताया था.
खाने में विषैला पदार्थ देने का लगाया था आरोप
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में दिए अपने प्रार्थना पत्र में बताया कि 19 मार्च को उसे जो खाना दिया गया था, उसमें कोई विषैला पदार्थ मिला हुआ था. इसे खाने के बाद वह बीमार हो गया था. खाना खाने के बाद उसके हाथ पैर की नसों में तेज दर्द उठने लगा और हाथ पैर ठंडे होने लगे. अंसारी ने आगे लिखा कि तब हालत ऐसी हो गई थी, जैसे कि उसकी मौत हो जाएगी.
मुख्तार अंसारी को हुई है आजीवन कारावास की सज
उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को 13 मार्च को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. उसे करीब 36 साल पुराने गाजीपुर के फर्जी शस्त्र लाइसेंस के मामले में दोषी पाया गया था. इसके साथ ही कोर्ट ने अंसारी पर जुर्माना भी लगा था. विशेष न्यायाधीश (एमपी-एमएलए कोर्ट) अवनीश गौतम की अदालत ने मुख्तार अंसारी को सजा सुनाई थी. इस दौरान मुख्तार अंसारी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोर्ट में पेश किया गया था. इससे पहले 5 जून 2023 को अवधेश राय हत्याकांड में भी भी इसी कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को उम्रकैद की सजा सुनाई थी. मुख्तार अंसारी को अब तक सात मामलों में सजा मिल चुकी है. वहीं आठवें मामले में उसे दोषी ठहराया गया है.