राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 10 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। पिछले दो बार के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 25 सीटों पर चुनाव हारने वाली कांग्रेस पार्टी इस बार चुनाव में फूंक फूंक कर कदम रख रही है। इसीलिए अब तक घोषित 10 प्रत्याशियों में से किसी भी पुराने प्रत्याशी को रिपीट नहीं किया गया है। हालांकि कांग्रेस के बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह चुनाव मैदान में नहीं उतरे हैं। यदि यह सभी नेता भी चुनाव मैदान में उतरते तो कांग्रेस बीजेपी में कड़ा मुकाबला देखने को मिलता। हालांकि अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को इस बार भी लोकसभा चुनाव में उतारा गया है। मगर उनका क्षेत्र बदलकर जोधपुर के स्थान पर जालौर-सिरोही कर दिया गया है। भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए चूरू के सांसद राहुल कस्वां को भी चूरू से प्रत्याशी बना दिया है। इसके साथ ही उदयपुर सीट पर आईएएस से इस्तीफा देने वाले ताराचंद मीणा को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है।
कांग्रेस की सूची में बीकानेर सुरक्षित सीट से गोविंदराम मेघवाल को प्रत्याशी बनाया गया है। गोविंदराम मेघवाल पिछला विधानसभा चुनाव खाजूवाला क्षेत्र से हार गए थे। वह पिछली गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री व पूर्व में भाजपा से भी विधायक रह चुके हैं। पिछली बार बीकानेर से मदन गोपाल मेघवाल को प्रत्याशी बनाया गया था। वहीं 2014 में पूर्व सांसद शंकर पन्नू को प्रत्याशी बनाया गया था। चूरू संसदीय सीट पर दो बार भाजपा से सांसद बने राहुल कस्वां को प्रत्याशी बनाया गया है। राहुल कस्वां के पिता रामसिंह कस्वां चूरू से चार बार सांसद रह चुके हैं। जिले में इन्होंने ही सबसे पहले भाजपा का खाता खोला था। मगर राहुल कस्वां का टिकट काट देने से वह कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ेंगे। चूरू से पिछली बार रफीक मंडेलिया व 2014 में प्रताप पूनिया को प्रत्याशी बनाया गया था।
कांग्रेस की सूची में बीकानेर सुरक्षित सीट से गोविंदराम मेघवाल को प्रत्याशी बनाया गया है। गोविंदराम मेघवाल पिछला विधानसभा चुनाव खाजूवाला क्षेत्र से हार गए थे। वह पिछली गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री व पूर्व में भाजपा से भी विधायक रह चुके हैं। पिछली बार बीकानेर से मदन गोपाल मेघवाल को प्रत्याशी बनाया गया था। वहीं 2014 में पूर्व सांसद शंकर पन्नू को प्रत्याशी बनाया गया था। चूरू संसदीय सीट पर दो बार भाजपा से सांसद बने राहुल कस्वां को प्रत्याशी बनाया गया है। राहुल कस्वां के पिता रामसिंह कस्वां चूरू से चार बार सांसद रह चुके हैं। जिले में इन्होंने ही सबसे पहले भाजपा का खाता खोला था। मगर राहुल कस्वां का टिकट काट देने से वह कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ेंगे। चूरू से पिछली बार रफीक मंडेलिया व 2014 में प्रताप पूनिया को प्रत्याशी बनाया गया था।