रिश्ते शब्दों में व्यक्त नहीं होते
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा है, ”आपका और हमारा साथ अब एक दशक पूरा करने जा रहा है। मेरे 140 करोड़ परिवारजनों के साथ विश्वास, सहयोग और समर्थन से जुड़ा यह मजबूत रिश्ता मेरे लिए कितना विशेष है, इसे शब्दों में व्यक्त कर पाना कठिन है।”
ईमानदार प्रयासों से आया जीवन में सकारात्मक बदलाव
उन्होंने लिखा है, ”मेरे परिवारजनों के जीवन में आया सकारात्मक बदलाव ही बीते 10 वर्षों में हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि, सबसे बड़ी पूंजी है। अपनी हर नीति, हर निर्णय के जरिए गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए कृतसंकल्पित सरकार ने जो ईमानदार प्रयास किए हैं, उनके सार्थक परिणाम हमारे सामने हैं। ”
आपके भरोसे से फलीभूत हुईं योजनाएं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चिट्ठी में स्मरण कराया है, ”प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए पक्के मकान, सभी के लिए बिजली, पानी, गैस की समुचित व्यवस्था, आयुष्मान भारत योजना के जरिए इलाज की व्यवस्था, किसान भाई-बहनों को आर्थिक मदद, मातृ वंदना योजना के जरिए माताओं-बहनों को सहायता जैसे अनेक प्रयास सिर्फ और सिर्फ इसलिए फलीभूत हो पाए हैं, क्योंकि आपका भरोसा, आपका विश्वास मेरे साथ था।”
सांस्कृतिक धरोहरों के पुनरुत्थान के साक्षी बनने का गौरव
उन्होंने लिखा है, ”विकास और विरासत को साथ लेकर आगे बढ़ते भारत ने बीते एक दशक में जहां बुनियादी ढांचों का अभूतपूर्व निर्माण देखा, तो वहीं हमें अपनी समृद्ध सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय धरोहरों के पुनरुत्थान का साक्षी बनने का गौरव भी प्राप्त हुआ। अपनी समृद्ध संस्कृति और परंपरा को सहेजकर आगे बढ़ते देश पर आज हर देशवासी को गर्व है।”
यह आपके विश्वास की जीत
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी चिट्ठी में आभार जताते हुए स्वीकार किया है, ”यह आपका विश्वास और समर्थन ही था कि जीएसटी लागू करना, अनुच्छेद 370 समाप्त करना, तीन तलाक पर नया कानून, संसद में महिलाओं के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम, नये संसद भवन का निर्माण, आतंकवाद और नक्सलवाद पर कठोर प्रहार जैसे अनेक ऐतिहासिक और बड़े फैसले लेने से हम चूके नहीं।”
आशीर्वाद और समर्थन की आकांक्षा
देश में आम चुनाव कार्यक्रम की होने जा रही घोषणा के बीच सामने आए इस पत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा, ”लोकतंत्र की खूबसूरती जनभागीदारी और जनसहयोग में है। देशहित के लिए बड़े फैसले लेने, बड़ी योजनाएं बनाने और उन्हें सुचारु रूप से लागू कर पाने की शक्ति और ऊर्जा मुझे आपके विश्वास और सहयोग से ही प्राप्त होती रही है। विकसित भारत के निर्माण के जिस संकल्प के साथ देश आगे बढ़ रहा है, उसकी पूर्ति में मुझे आपके विचारों, सुझावों, साथ और सहयोग की आवश्यकता है। मुझे विश्वास है कि आपका आशीर्वाद और समर्थन हमें निरंतर मिलता रहेगा। राष्ट्र निर्माण के लिए हमारे प्रयास बिना थके, बिना रुके अनवरत जारी रहेंगे, यह मोदी की गारंटी है।” इस पत्र के आखिर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए अपनी कलम को विराम दिया है।