देश को लाखों-करोड़ों का चून लगाकर विदेश भागने वालों के खिलाफ सरकार की मुहीम रंग लाने लगी है। घोटालेबाजों पर कड़े ऐक्शन लेने के लिए अगस्त में बने सख्त कानून के बाद सरकार को पहली सफला मिली है। बैंकों से धोखाधड़ी कर विदेश भागने वालों के खिलाफ सरकार का शिकंजा कसने लगा है। इसी कड़ी में सीबीआई ने 9 साल पहले कुछ बैंकों के साथ घोटाला कर बहरीन भागे शख्स मोहम्मद याह्या को पकड़ लिया है और उसे भारत वापस भी ले आई है। 47 साल का याह्या 2003 में बेंगलुरु के कुछ बैंकों संग करीब 46 लाख रुपये का घोटाला कर बाद में विदेश भाग गया था।पिछले दिनों याह्या को बहरीन से पकड़ा गया। याह्या पर लंबे समये भारतीय एजेंसियों की नजर थी। बहरीन में उसकी गिरफ्तारी के बाद सभी जरूरी कार्यवाही कर उसे भारत लाया गया। याह्या के खिलाफ सीबीआई ने 2009 में जांच शुरू की थी, तबतक वह देश छोड़कर भाग चुका था। जानकारी के मुताबिक, बहरीन पुलिस ने कुछ वक्त पहले उसे पकड़ा था। खुफिया एजेंसियों से उसकी पहचान भी पुख्ता भी करवाई गई थी। उसे एयर इंडिया की फ्लाइट से बहरीन से सीधा दिल्ली लाया गया था। फिर आगे की जांच के लिए उसे बेंगलुरु लेकर जाया गया।
यह पहला मौका है जब किसी आर्थिक भगोड़े को देश वापस लाया गया है। हलांकि यह आर्थिक अपराधी नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, विजय माल्या जैसे घाटालेबाजों की तुलना में काफी छोटी मछली है। आपको बता दें कि सरकार ने हाल में 28 भगोड़े आर्थिक अपराधियों की लिस्ट जारी की थी। इसमें 6 महिलाएं भी शामिल हैं जो फिलहाल विदेश के अलग-अलग कोनों में रह रही हैं। फिलहाल सीबीआई माल्या, नीरव और चोकसी को वापस लाने की कोशिशों में जुटी है। जिन्होंने देश के बैंकों को हजारों करोड़ रुपये की चपत लगाई है।