नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उनका कार्यकाल 2027 तक था. उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले इस्तीफा देकर सभी को हैरान कर दिया. सूत्रों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि इस बात की जरा सी भी किसी को अंदाजा नहीं था कि अरूण गोयल इस तरह से अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. आपको बता दें कि तीन दिन बाद आयोग जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाने वाला है और दो दिन पहले ही आयोग पश्चिम बंगाल का दौरा करके वापस आया है.
अचानक इस्तीफे से मच गई खलबली
एक तरफ से देश भर में आयोग चुनाव की पूरी तैयारियों पर नजर बनाया है. वहीं दूसरी तरफ ऐसी खबर आना अपने आप में सवाल खड़ा करता है कि आखिर गोयल ने ऐसा कदम क्यों उठाया है. केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय की ओर से 9 मार्च यानी शनिवार के दिन उनका इस्तीफा स्वीकार करने को लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी गई. इस अधिसूचना में राष्ट्रपति से चुनाव आयुक्त अरुण गोयल का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार करने का अनुरोध किया गया है.
आखिर क्यों दिया इस्तीफा?
माना जा रहा है कि अरुण गोयल का इस तरह इस्तीफा देना कोई बड़ी वजह हो सकती है. हालांकि, इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है. वहीं यह इस्तीफा इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि अरुण गोयल मौजूदा समय में मुख्य चुनाव आयुक्त के अलावा चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त के पद पर कार्यरत थे. जबकि आयोग में कुल 3 लोग हैं. यानी अब सिर्फ मुख्य चुनाव आयुक्त ही बचे हैं.