-स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने वाल्मिकी समाज के साथ मनायी दिवाली और अपने हाथों से खिलाये लड्डू और बांटे साबुन
लखनऊ। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कुकरैल नाला के आस-पास की बस्ती लवकुश नगर, इन्दिरा नगर गये और ग्लोबल हैंडवाशिंग डे के अवसर पर वहां रहने वालों को साबुन से हाथ धोने और बीमारियों से बचाव के लिये लोगों को जागरूक किया तथा उस पूरे क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया और वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर स्वच्छता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया जिसमें सैंकड़ों की सख्ंया में लोगों ने सहभाग किया। लवकुश नगर में कुसुम जौहरी, उत्तरप्रदेश अध्यक्ष हरिजन सेवक संघ के नेतृत्व में ’स्वाभिमान, सम्मान एवं सफाई कार्य कार्यक्रम’ का आयोजन किया गया जिसमें स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी को मुख्य अतिथि एवं प्रमुख वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया। स्वामी जी महाराज और अन्य अतिथियों ने महात्मा गाँधी जी और अम्बेड़कर जी के चित्रों पर माल्यार्पण, कन्या-सम्मान, शान्ति प्रार्थना के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
स्वामी जी महाराज ने लवकुश नगर में रहने वाले सभी भाई-बहनों को कुम्भ मेला में सहभाग हेतु आमंत्रित किया और कहा कि ’अपना कुम्भ -सबका कुम्भ’। स्वामी जी ने कहा कि इस बस्ती में रहने वाले वे लोग है जो शहरों को स्वच्छ रखने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करते है इन्हे हम थोड़ा सा सामान देकर नहीं बल्कि सम्मान देकर सन्तुष्ट करे। यह पहला अवसर था जब उस बस्ती में विख्यात आध्यात्मिक गुरू ने जाकर स्वच्छता और साबुन के साथ हाथ धोने का महत्व समझाते हुये उनसे प्रेमभाव से मुलाकात कर अपने हाथों से मिठाईयाँ खिलायी। बस्ती के लोगों ने अपने बीच स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज को देखकर अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त की और उनके आंखे नम हो गयी थी। उन्होने कहा कि आज तक हमें भेदभाव और हेय दृष्टि से देखा जाता था आज स्वामी जी महाराज को अपने बीच पाकर अपने जीवन और कर्म की उपयोगिता समझ में आ रही है। आज हमें स्वामी जी से मिलकर आत्मीयता का, अपनेपन का अहसास हो रहा है लग रहा है कि हम भी इसी परिवार का हिस्सा है, हमें उनके द्वारा जो प्रेम और सम्मान प्राप्त हुआ वह हमारे जीवन की अमुल्य धरोहर है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि ये सभी भाई-बहन सफाई कर्मचारी नहीं बल्कि बधाई कर्मचारी है। इन्हे समाज में समानता और मर्यादा का अधिकार देने की नितांत आवश्यकता है। उन्होने कहा कि गाँधी जी के इस देश में शिक्षक, कला, कौशल, वाणिज्य और उद्योग के क्षेत्र में कार्य करने वालों को सम्मान मिलता है तो सफाई जैसे महानतम् कार्य करने वालों को भी सम्मान मिलना चाहिये। कुसुम जौहरी ने सभी विशिष्ट अतिथियों का भावभरा अभिनन्दन करते हुये कहा कि विकास का अर्थ बस्ती के लोगों को कुछ सुविधायें उपलब्ध करना नहीं है बल्कि इन्हे भी गुणवत्तायुक्त शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य सेवायें और सामाजिक समरसता का वातावरण प्रदान करना है हमें इसके लिये कार्य करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर अकबरी ने स्वामी जी महाराज से कहा कि अगली बार हमारे यहां भी पधारे हम अपने आस-पास के परिसर को बिल्कुल स्वच्छ और हरित रखेंगे। वहां उपस्थित सभी ने स्वामी जी महाराज के साथ संकल्प किया कि सफाई, सच्चाई और उच्च विचारों के साथ प्रेम व मोहब्बत से रहेंगे। इस अवसर पर उत्तरप्रदेश सरकार के शहरी विकास प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह, संदीप , शमशेर , नन्दिनी त्रिपाठी, आचार्य दीपक शर्मा और अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।