(शाश्वत तिवारी): विदेश मंत्रालय में सचिव (सीपीवी और ओआईए) मुक्तेश परदेशी ने 10-11 फरवरी को दुबई में आयोजित अबू धाबी डायलॉग (एडीडी) के सातवें मंत्रिस्तरीय परामर्श में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। विदेश मंत्रालय में कांसुलर पासपोर्ट एवं वीजा और प्रवासी भारतीय मामलों के सचिव परदेशी ने एक्स्ट्राको, शारजाह में भारतीय मूल के श्रमिकों से मुलाकात की और उनके समक्ष आने वाली तमाम समस्याओं के बारे में बात की। उन्होंने दुबई में भारतीय सामुदायिक संगठनों के साथ भी बातचीत की और कांसुलर सेवा केंद्रों का दौरा किया।
दुबई स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा सचिव (सीपीवी और ओआईए) मुक्तेश परदेशी ने कांसुलेट का दौरा किया और भारतीय समुदाय के लिए वाणिज्य दूतावास सेवाओं में सुधार के तरीकों पर अधिकारियों के साथ बातचीत की। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा परदेशी ने एडीडी से इतर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भारतीय प्रवासी श्रमिकों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए दोनों सरकारों द्वारा उठाए गए विभिन्न उपायों के बारे में चर्चा करने के लिए यूएई के मानव संसाधन मंत्री के साथ एक द्विपक्षीय बैठक भी की।
अबू धाबी डायलॉग का आयोजन 2008 से हो रहा है। यह श्रमिक मूल के 11 एशियाई देशों और 7 गंतव्य देशों के बीच एक क्षेत्रीय, स्वैच्छिक और गैर-बाध्यकारी परामर्श प्रक्रिया है। यह कॉन्ट्रैक्ट आधारित लेबर मोबिलिटी पर क्षेत्रीय सहयोग, सर्वोत्तम अनुभवों को साझा करने और एक दूसरे के अनुभव से सीखने की सुविधा के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। एडीडी के साथ भारत का जुड़ाव सुरक्षित, व्यवस्थित और कानूनी प्रवासन को बढ़ावा देने की भारत सरकार की नीति का एक अभिन्न अंग है।