नई दिल्ली : सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने कहा कि चुनिंदा दूरसंचार उपकरणों पर आयात शुल्क बढ़ाने से दूरसंचार उद्योग की लागत 10 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी। इससे वित्तीय समस्या और बढ़ेगी। हालांकि, संगठन ने इसके साथ ही यह भी कहा है कि दूरसंचार कंपनियां पूरी तरह से देशहित के साथ हैं। सीओएआई के महानिदेशक राजन मैथ्यूज से सोमवार को इस बाबत पूछने पर बताया कि वर्तमान परिस्थिति में थोड़ी समस्या होगी। सरकार द्वारा आयात शुल्क बढ़ाये जाने पर जरूरी संरचनाओं पर दूरसंचार कंपनियों की लागत बढ़ेगी और इससे पहले से खराब वित्तीय स्थिति का सामना कर रहे दूरसंचार कंपनियों को नुकसान उठाना होगा। मैथ्यूज ने कहा कि केंद्र के फैसले से कंपनियों की आयात लागत 10 प्रतिशत बढ़ सकती है। सीओएआई महानिदेशक ने कहा कि पिछली दो तिमाहियों में दूरसंचार उद्योग ने करीब दो से तीन अरब डॉलर के उपकरणों का आयात किया है। शुल्क बढ़ाने से लागत का बढ़ना स्वभाविक है। दरअसल, गत सप्ताह सरकार ने दूरसंचार क्षेत्र में बेस स्टेशन समेत चुनिंदा उपकरणों पर आयात शुल्क को बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक कर दिया था। सरकार ने चालू खाता घाटे में हो रही वृद्धि के मद्देनजर कुछ वस्तुओं के आयात पर अंकुश लगाने के लिए यह निर्णय लिया है।