जयंती पर देश के 11वें राष्ट्रपति को किया गया याद
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को देश के 11वें राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम आजाद को उनकी जयंती पर याद करते हुए कहा कि डॉ. कलाम की विकसित भारत के सपने को साकार करने की प्रेरणा न्यू इंडिया के लिए मददगार सिद्ध होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक संदेश में कहा, डॉ. कलाम जीवन पर्यन्त एक विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए जुटे रहे। वह सवा सौ करोड़ देशवासियों को इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमेशा प्रेरित करते रहे। यह प्रेरणा हमें 2022 तक न्यू इंडिया के सपने को साकार करने में हमारी मदद करेगी। देश की स्वतंत्रता के लिए अपनी जिंदगी खपा देने वाले हमारे सपूतों ने जो सपने देखे थे उन्हें पूरा करने के लिए हमारा हर प्रयास डॉ. कलाम को भी एक उत्तम श्रद्धांजलि बनकर रहेगा। उन्होंने कहा कि एक असाधारण शिक्षक, एक अद्भुत प्रेरक, एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक और एक महान राष्ट्रपति, डॉ. कलाम हर भारतीय के दिल और दिमाग में बसते हैं। उनकी जयंती पर नमन।
उन्होंने कहा कि डॉ. कलाम का जीवन इतना व्यापक विशाल और गहरा रहा है कि उनको याद करने पर गर्व होता है। जब उनसे पूछा गया कि लोग आपको किस रूप में याद करें तो उन्होंने एक शिक्षक के रूप में खुद को याद करने की इच्छा जताई थी। राष्ट्रपति के पद से मुक्त होने के दूसरे ही दिन वह चेन्नई चले गए और वहां कक्षा में बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं जीवन के अंतिम काल में भी वह विद्यार्थियों के साथ अपने विचारों का विमर्श करते-करते ही अपनी देह त्याग की। मिसाइलमैन के नाम से विख्यात अबुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। वह 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक देश के राष्ट्रपति रहे थे। 27 जुलाई 2015 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था।