नई दिल्ली : बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी थाने में तैनात एक हेडकांस्टेबल की अज्ञात बदमाशों ने मेरठ में उनकी पत्नी व बच्चों के सामने गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद बदमाश बाइक से फरार हो गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस वारदात के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर आरोपितों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। पुलिस हेडकांस्टेबल की पत्नी से पूछताछ कर बदमाशों की पहचान करने की कोशिश कर रही है, जिन्होंने बदमाशों को पास से देखा था। शुरुआती जांच में पुलिस परिवारिक कलह मान रही है।
जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान चरणजीत सिंह के रूप में हुई है। वह मूलत: मेरठ बड़माला गांव का रहने वाला था। करीब आठ साल पहले उनकी संगीता से शादी हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं। 2007 में वह दिल्ली पुलिस में भर्ती हुआ था। पिछले करीब दो साल से वह सुल्तानपुरी थाने में तैनात था। शनिवार को वह अपने घर के लिए सैंट्रो कार से निकला और हापुड़ से पत्नी और बच्चों को भी साथ में ले लिया। उसके बाद वह अपने मामा के घर कवट्टा गांव मेरठ चले गए थे। यहां से वह सुबह करीब साढ़े तीन बजे अपने परिवार के साथ कार से घर के लिए निकले थे।
जब वह खरखौदा इलाके से जा रहे थे तो उसी दौरान अचानक दो बाइक पर तीन बदमाशों ने उनकी कार को जबरन रुकवाने का प्रयास किया और विरोध करने पर बदमाशों ने उनपर गोली चला दी। एक गोली उनकी गर्दन पर लग गई। वारदात के बाद बदमाश फरार हो गए। उनकी पत्नी ने पुलिस कंट्रोल रूम को वारदात की सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और चरणजीत को खून से लथपथ हालत में अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने चरणजीत को मृत घोषित कर दिया। परिवार वालों को वारदात की सूचना दी गई।