( शाश्वत तिवारी): भारत ने पाकिस्तान से 184 भारतीय मछुआरों की सजा पूरी होने के मद्देनजर उनकी रिहाई और स्वदेश वापसी की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा है। भारत और पाकिस्तान ने सोमवार को नई दिल्ली और इस्लामाबाद में एक साथ राजनयिक चैनलों के माध्यम से अपनी हिरासत में मौजूद नागरिक कैदियों और मछुआरों की सूची का आदान-प्रदान किया।
विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा इस्लामाबाद को पाकिस्तान की हिरासत में मौजूद 12 कैदियों को तत्काल राजनयिक पहुंच प्रदान करने के लिए भी कहा गया है, जिनके बारे में माना जाता है कि वे भारतीय हैं। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा भारत ने अपनी हिरासत में बंद 337 नागरिक कैदियों और 81 मछुआरों की सूची साझा की है, जो पाकिस्तानी हैं या पाकिस्तानी माने जाते हैं। इसी तरह, पाकिस्तान ने अपनी हिरासत में मौजूद 47 नागरिक कैदियों और 184 मछुआरों की सूची साझा की है, जो भारतीय हैं या माना जाता है कि वे भारतीय हैं।
भारत सरकार ने पाकिस्तान की हिरासत से नागरिक कैदियों, लापता भारतीय रक्षा कर्मियों और मछुआरों को उनकी नौकाओं सहित शीघ्र रिहाई और स्वदेश वापसी का आह्वान किया है। इस संदर्भ में, पाकिस्तान को उन 184 भारतीय मछुआरों की रिहाई और स्वदेश वापसी में तेजी लाने के लिए कहा गया, जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है। इसके अलावा, पाकिस्तान से कहा गया है कि वह हिरासत में मौजूद शेष 12 नागरिक कैदियों को तत्काल राजनयिक पहुंच प्रदान करे, जिनके बारे में माना जाता है कि वे भारतीय हैं। भारत ने पाकिस्तान से आग्रह किया है कि वह मछुआरों सहित 65 पाकिस्तानी कैदियों की राष्ट्रीयता की स्थिति की पुष्टि करने के लिए अपने स्तर पर आवश्यक कार्रवाई में तेजी लाए, जिनकी स्वदेश वापसी पाकिस्तान से राष्ट्रीयता की पुष्टि के अभाव में लंबित है।
सरकार के निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप, 2014 से 2639 भारतीय मछुआरों और 67 भारतीय नागरिक कैदियों को पाकिस्तान से वापस लाया गया है।