लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पूर्व मुख्यमंत्रियों के सरकारी आवास खाली होने की संभावना देखते हुए उन्हें हासिल करने की चाहत रखने वाले नेताओं की नजर उन पर लगी है। महलनुमा बंगलों के खाली होने के बाद उनके उपयोग को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। दूसरी ओर राज्य सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रियों ने भी इस बात की टोह लेनी शुरू कर दी है कि क्या यह बंगले उनको आवंटित हो सकते हैं? राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों से कई मंत्रियों ने इन सरकारी आवासों के बाबत जानकारियां ली हैं।
चूंकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यह तय कर लिया है कि वह जल्द ही आवास खाली कर देंगे, इसलिए चार कालिदास मार्ग स्थित उनके बंगले को लेकर सरकार के मंत्रियों में अधिक जिज्ञासा है। आखिर मुख्यमंत्री आवास के बगल में कौन नहीं रहना चाहेगा। राजनाथ सिंह गोमतीनगर स्थित अपने निजी घर में शिफ्ट होने जा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने भी आवास की तलाश शुरू कर दी है, इसलिए अब उनका आवास भी चर्चा में आ गया है। हालांकि नए आवास में प्रवेश की सबसे बड़ी बाधा मलमास का महीना है। इस महीने में शुभ कार्यों में परहेज किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मायावती, कल्याण सिंह, एनडी तिवारी को भी आवास खाली करने का नोटिस दिया है। एनडी तिवारी को अस्पताल में भर्ती होने की वजह से दिल्ली नोटिस भेजा गया है। हालांकि इनकी ओर से आवास खाली करने का कोई संकेत अभी तक नहीं दिया गया है।