नई दिल्ली : महाराजा हरि सिंह के पोते और डॉ. कर्ण सिंह के बड़े बेटे विक्रमादित्य सिंह ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया। उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में जम्मू-कश्मीर की पीडीपी पार्टी से इस्तीफा दिया था। इस अवसर पर विक्रमादित्य ने कहा कि उन्हें राहुल गांधी ने स्वयं पार्टी में शामिल कराया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक नई और युवा टीम तैयार कर रहे हैं| वह युवा टीम में अपना योगदान देने की कोशिश करेंगे जिससे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पार्टी को लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2017 में उन्होंने पीडीपी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने काफी समय लोगों और नागरिक समाज के बीच गुजारा। लोगों की इच्छा को जानने की कोशिश की। आज सुबह राहुल ने स्वयं उन्हें पार्टी में जोड़ा है। उनके इस फैसले में उनके पिता डॉ. कर्ण सिंह की भी सलाह काम आई।
इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर से जुड़े पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि डॉ. कर्ण सिंह के साथ उनके काफी समय से घरेलु रिश्ते रहे हैं। वह कांग्रेस की नेहरु, इंदिरा और राजीव की सरकार में कई बड़े पदों पर रहे हैं। उन्होंने सोनिया जी के साथ भी काम किया है। अब उनके बेटे विक्रमादित्य पार्टी में शामिल हुए हैं और कांग्रेस को मजबूत करेंगे। जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी को कमजोर करने और रोकने में विक्रमादित्य सिंह और इनके परिवार का पहले से रोल रहा है। भाजपा और पीडीपी ने जिन मुद्दों पर जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाई थी वैसा हुआ नहीं बल्कि, उसका उल्टा हो गया। कांग्रेस नेत्री अम्बिका सोनी ने कहा कि पीडीपी और भाजपा सरकार के जम्मू-कश्मीर की जनता से किए वादे तोड़ने के बाद विक्रमादित्य ने गठबंधन सरकार से इस्तीफा दिया था। वह डॉ. कर्ण सिंह की विरासत अपने साथ लाए हैं।