प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को हरियाणा की धरती से 2019 चुनाव के लिए बड़ा संदेश देंगे। करीब एक दर्जन केंद्रीय योजनाओं का लांचिंग पैड रहा हरियाणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के लिए खासी अहमियत रखता है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह हों या फिर प्रधानमंत्री मोदी, दोनों ने हरियाणा को राजनीतिक रूप से खूब महत्व दिया है। मोदी हरियाणा भाजपा के प्रभारी भी रह चुके हैं। उन्हें हरियाणा की पूरी राजनीतिक नब्ज पता है। पिछले चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित होने के बाद हरियाणा के रेवाड़ी से ही उन्होंने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की थी। पांच राज्यों में चुनाव के ऐलान के बाद अहम होगा मोदी का हरियाणा दौरा
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी रोहतक की जाटलैंड में तीन दिन बिताकर मिशन 2019 के मद्देनजर पूरे देश को पार्टी का विजन समझा चुके हैं। अब पांच राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान, मिजोरम, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। ऐसे में मोदी हरियाणा की धरती खासकर जाटलैंड से बड़ा चुनावी संदेश दे सकते हैं।
दीनबंधु छोटूराम की प्रतिमा का अनावकरण और रेच कोच फैक्टरी का मिलेगा तोहफा
केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह के बुलावे पर प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को हरियाणा के रोहतक के सांपला आ रहे हैं। प्रधानमंत्री सर छोटू राम के गांव गढ़ी सांपला में बने संग्रहालय में उनकी 64 फीट ऊंची प्रतिमा का रिमोट के जरिये अनावरण करेंगे। बीरेंद्र सिंह दीनबंधु सर छोटूराम के नाती हैं। प्रधानमंत्री मोदी इसके साथ ही सोनीपत जिले के बड़ही में 164 एकड़ में बनने वाली रेल कोच रिपेयर फैक्टरी का भी रिमोट से शिलान्यास करेंगे। मोदी सिर्फ इसी काम के लिए हरियाणा नहीं आ रहे। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा में उनके आने की कई बड़ी राजनीतिक वजह हैं।
हरियाणा तीन बार जाट आरक्षण आंदोलन का दंश झेल चुका है। फिर भी जाटों को अभी तक आरक्षण नहीं मिल पाया है। चुनाव के मद्देनजर जाटों का भरोसा जीतने की मंशा से भी मोदी हरियाणा आ रहे हैं। इसके साथ ही वह गैर जाटों को भी राजनीतिक संदेश देंगे। प्रधानमंत्री को हालांकि हरियाणा दिवस के मौके पर सीएम सिटी करनाल में होने वाली राज्य स्तरीय रैली में आने वाले थे, लेकिन तब तक पांच राज्यों का चुनाव प्रचार गति पकड़ चुका होगा। ऐसे में मोदी ने सीएम सिटी में आने की बजाय बीरेंद्र सिंह के कार्यक्रम में शामिल होना अधिक फायदेमंद समझा।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के सांपला आने से जहां जाटों में बीरेंद्र सिंह का राजनीतिक कद बढ़ेगा, वहीं भाजपा को भी फायदा मिलेगा। प्रधानमंत्री रैली के मंच से जाटों को यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि भाजपा उनके अहित में नहीं है। केंद्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन जाटों को आरक्षण देने की एक बड़ी शुरुआत है, जिसे मोदी जाटलैंड में कैश करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देंगे। भाजपा के नेतओं को भरोसा है कि जाट समुदाया पर इसका काफी असर होगा।
प्रधानमंत्री का हरियाणा दौरा न केवल भाजपा के जाट नेताओं बल्कि पूरी सरकार और संगठन के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की पिछले दिनों जींद में हुई रैली पर सवाल उठ चुके हैं। इस रैली की तैयारियों से सबक लेते हुए भाजपा संगठन मोदी के कार्यक्रम में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
किसानों के हक में बड़ी घोषणाएं संभव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांपला की रैली में किसानों के लिए बड़ी घोषणा कर सकते हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अनुसार, सरकार ने मांगों के संबंध में कई मुद्दे केंद्रीय नेतृत्व को सौंपे हैं, लेकिन हरियाणा को क्या सौगात मिलती है, यह रैली में ही पता चलेगा।
भाजपा पर इनेलो की गोहाना रैली से बड़ी रैली का दबाव
हरियाणा के प्रमुख विपक्षी दल इनेलो ने हाल ही में रविवार को जाटलैंड गोहाना में बड़ी रैली की है। इस रैली में हालांकि इनेलो की पारिवारिक फूट खुलकर सामने आई और ओमप्रकाश चौटाला ने उसे नियंत्रित करने की पुरजोर कोशिश भी की है। भाजपा इस फूट से उत्साहित है। बावजूद इसके इनेलो की गोहाना रैली के जवाब में बड़ी रैली करना भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
हुड्डा को मिलेगी अपने गढ़ में बड़ी चुनौती, खुद होंगे चंडीगढ़ में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में यह रैली करने जा रहे हैं। इस रैली पर चौटाला व मनोहर लाल के अलावा हुड्डा की निगाह खास निगाह टिकी हुई है। जिस दिन मोदी पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के गढ़ में गरजेंगे, उसी दिन हुड्डा चंडीगढ़ में हरियाणा व पंजाब के किसानों से बातचीत कर रहे होंगे।
तीन केंद्रीय मंत्री और तीन राज्यपाल होंगे मोदी के मंच पर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर तीन केंद्रीय मंत्री और तीन राज्यपाल होंगे। रोहतक के कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा को भी बुलाया गया है। दीपेंद्र रैली में पहुंचते हैं या नहीं, यह देखने वाली बात होगी। केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के अलावा केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर सांपला की रैली में होंगे। हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य, हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी रैली में होंगे।