गुजरात में उत्तर भारत के लोगों को निशाना बनाने और उनपर हमला करने के मामले में बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को घेरा. उन्होंने कहा ‘जिन लोगों ने वाराणसी में मोदी को जिताया, उनके लिए वोट डाले, अब उन्हीं लोगों को गुजरात में निशाना बनाया जा रहा है. यह दुखद है.’ मायावती ने कहा कि गुजरात में बीजेपी सरकार को उत्तर भारतीय लोगों पर हमला करने के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.बता दें कि गुजरात में हिंदीभाषी प्रवासियों पर हमले के बाद उनका पलायन तेज हो गया है. उत्तर भारतीय विकास परिषद के अध्यक्ष महेशसिंह कुशवाह ने दावा किया कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के करीब 20 हजार लोग गुजराज से बाहर चले गए हैं. वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने लोगों से हिंसा में शामिल नहीं होने की अपील की. वहीं राज्य सरकार ने प्रवासियों को सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि हमलों के संबंध में 431 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 56 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं.
सीएम रूपाणी ने दावा किया कि पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है. उन्होंने कहा कि पुलिस के गहन प्रयासों के कारण स्थिति नियंत्रण में है औैर पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है. उन्होंने राजकोट में कहा, ‘‘हम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और परेशानी की स्थिति में लोग पुलिस को बुला सकते हैं. हम उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएंगे.’’
वहीं उत्तर प्रदेश और बिहार के मुख्यमंत्रियों योगी आदित्यनाथ और नीतीश कुमार के अलावा केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने रूपाणी से बात की और हमलों को लेकर चिंता जताई है. सीएम योगी ने कहा है कि गुजरात एक शान्तप्रिय प्रदेश है एवं देश के विकास का मॉडल भी है. जो लोग विकास नहीं चाहते, वे समाज के सौहार्द को अफवाह फैलाकर बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. योगी ने बताया कि उन्होंने गुजरात में रह रहे कुछ उत्तर भारतीय लोगों ने फोन किया था. उन्होंने कहा, ‘मैंने उनसे कहा है कि वे अफवाहों पर ध्यान ना दें.’