ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट की स्वाट टीम और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के साथ पहली बार 300 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी है। इसके साथ-साथ पुलिस ने 9 विदेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया है। जो ग्रेटर नोएडा के एक मकान में ड्रग्स की पूरी लैब चला रहे थे। इससे पहले दिल्ली और मुंबई पुलिस उत्तर प्रदेश में ड्रग्स पकड़ चुकी है। पहली बार यूपी पुलिस के हाथ ड्रग्स की इतनी बड़ी खेप लगी है। स्वाट टीम ने 9 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर 300 करोड़ की ड्रग्स बरामद की है। ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में ड्रग्स की फैक्ट्री संचालित हो रही थी। फैक्ट्री को विदेशी नागरिक चला रहे थे। बता दें कि ग्रेटर नोएडा से विदेश में भी ड्रग्स की सप्लाई की जा रही थी। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 46 किलो ड्रग्स पकड़ी गई है जिसकी कीमत 200 करोड़ है। अन्य ड्रग्स से संबंधित जो सामान बरामद हुआ है उसकी कीमत लगभग 100 करोड़ है। सूरजपुर क्षेत्र में चल रही फैक्ट्री में ड्रग्स बनाई जाती थी, इसमें नौ अफ्रीकी मूल के नागरिक शामिल हैं।
पुलिस ने मैथाफीटामाइन /एमडीएमए /मैथ ड्रग्स जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय कीमत 200 करोड़ रुपये, ड्रग्स बनाने के उपकरण व रॉ मटेरियल /केमिकल जिससे लगभग 100 करोड रुपए की सिंथेटिक ड्रग तैयार की जा सकती है। कुल 300 करोड का मैथाफीटामाइन /एमडीएमए /मैथ ड्रग्स व एक कार, 4 मोबाइल बरामद किया है।
गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया है कि नारकोटिक्स / सिथेटिक ड्रग्स पर लगातार कार्यवाही चल रही है, उन्होंने बताया कि टैक्निकल इंटेलीजेंस व मैनुअल सूचना के आधार पर संयुक्त रुप करवाई की गई है। जिसमें 9 विदेशी अभियुक्तगण अनुदूम एमानुएल, अजोकू उनका, डेनियल अजुह, ड्रेममॉम्ड, लेवी यूजोचुक, जैकब एमफिल, कोफिए, चिड़ी इजियागवा, अजोकु क्लेची को 46 किलो मैथाफीटामाइन /एमडीएमए /मैथ ड्रग्स जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय कीमत 200 करोड रुपये व अवैध मादक पदार्थ बनाने के उपकरण, जिससे लगभग 100 करोड़ रुपए की सिंथेटिक ड्रग बन सकती है, बरामद की गई है। ये लोग थाना सूरजपुर क्षेतान्तर्गत शर्मा मकान नं0 279 सैक्टर थीटा टी ए – 2 में ड्रग की फैक्ट्री/लैब चला रहे थे।
अभियुक्तगण अफ्रीकी मूल के निवासी हैं और दिल्ली एनसीआर रीजन में ड्रग्स सप्लाई सिंडीकेट चलाते हैं और यहीं इनका बेस है। हाल में ही ग्रेटर नोएडा रीजन थीटा-2 स्थित 279 थी -2 सेकंड में इन्होंने अपना एक फैक्ट्री सैटअप बनाया था। ड्रग्स मैन्यूफैक्च रिंग के बाद ये उसकी सप्लाई दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में करते थे । इन अभियुक्तगण के रॉ मटेरियल/केमिकल सप्लायर्स, इनके नेटवर्क के वो मैम्बर जो इस ड्रग को कन्ज्यूमर्स तक पुहँचाते थे । इनके समस्त फाइनेंशियल ट्रान्जैक्शन, विदेश में जुडे सप्लाई के तार, नार्को टेरर से सम्भावित लिंक और समस्त बैकवर्ड/फॉरवर्ड लिंकेज पर गहनता से जांच की जायेगी।