टीम इंडिया के प्रमुख सलामी बल्लेबाजी इन दिनों भारत और वेस्टइंडीज के बीच चल रही दो टेस्ट मैचों की सीरीज में ‘आराम’ कर रहे हैं. हालाकि इस बात पर बहस हो रही है कि क्या उन्हें आराम दिया गया है, या उन्हें इंग्लैंड दौरे पर खराब प्रदर्शन के चलते टीम से ‘ड्रॉप’ किया गया था. इन दिनों वे अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं. शिखर ने अपने परिवार के साथ बिताए पलों की तस्वीरें भी शेयर की हैं, जैसा वे हमेशा करते हैं. शिखर को इन दिनों अपने बच्चों के साथ वक्त बिताने का पूरा मिल गया. उन्होंने एक तस्वीर करते हुए ‘बच्चों के साथ बच्चे बनने का मज़ा की कुछ और है.’ इस वीडीयो में शिखर बच्चों के साथ तीन पहिये वाली लंबी साइकिल चला रहे हैं. इसी दौरान वे साइकिल मोड़ते हुए वे गिर गए.
उल्लेखनीय है कि वनडे और टी20 में बढ़िया फॉर्म होने के बाद शिखर का टेस्ट क्रिकेट में बढ़िया प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं, खासकर दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड दौरे पर. इंग्लैंड में तो सीरीज के पहले टेस्ट में शिखर संघर्ष करते हुए 26 और 13 रन बनाए और उससे पहले अभ्यास मैच में एसेक्स के खिलाफ अभ्यास मैच की दोनों पारियों में शून्य पर ही आउट हो गए थे. 2014 की सीरीज में भी शिखर धवन सारे पांच टेस्ट नहीं खेल सके थे. तीन टेस्ट मैच के बाद उन्हें ड्रॉप कर दिया गया था. नॉटिंघम टेस्ट ने वापसी करते हुए शिखर धवन ने बेहतर खेल दिखाया और पहली पारी में 35 रन और दूसरी पारी में 44 रन बनाए. इसके बाद साउथएम्पटन में उन्होंने 23 और 17 रन बनाए थे. लेकिन अंतिम टेस्ट जो कि ओवल में हुआ था शिखर केवल तीन और एक रन ही बना सके.
खराब फॉर्म पर शर्मिंदा नहीं थे धवन
धवन ने अपने इस प्रदर्शन पर कहा था कि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उनकी खराब फॉर्म ‘शर्म की बात नहीं’ है, क्योंकि अपना सब कुछ देने के बाद भी उनकी योजनाओं ने काम नहीं किया. सीमित ओवरों के क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत अतीत में टेस्ट टीम में वापसी करने वाले धवन मौजूदा एशिया कप में भी अच्छी फॉर्म में रहे. शिखर ने कहा, ”मुझे लगता है कि जब भी आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो इससे मदद मिलती है. अगर फायदा होना होगा तो हो जाएगा, नहीं होना होगा तो नहीं होगा. मैं लाल गेंद से खेलूं या फिर सफेद से, मैं खेल की अपनी समझ का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करता हूं.”.
बेफिक्र रहते हैं शिखर
शिखर अपने बेफिक्र अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं. इंग्लैंड में खराब प्रदर्शन के बावजूद भी वे मैचों में कैचों को पकड़ने के बाद अपने चिरपरिचित अंदाज में ही जश्न मानाते हुए नजर आए. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट टीम चुने जाने के पहले भी कहा था उन्हें उनके चुने जाने या न चुने जाने की चिंता हैं. उन्हें वेस्टइंडीज दौरे के लिए न चुने जाने का अफसोस भी नहीं हैं.