सरिता त्रिपाठी : पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो इस समय प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है। हाल ही में 60 नागिरकों की हत्या करने का मामला सामने आया है। कहा जा रहा कि जिन संदिग्धों ने हत्या की है वह लोग बुर्किना फासो के जवानों की वर्दी पहने हुए थे।
बुर्किना फासो में कुछ दिन पहले भी संदिग्ध जिहादियों ने 40 लोगों की हत्या कर दी थी। सरकारी बयान में कहा गया था कि स्वयंसेवकों के 34 सहायक और 6 अस्थायी सैनिकों की मौत हुई, जबकि 33 लोग घायल हुए थे।
उल्लेखनीय है कि बुर्किना फासो में पिछले साल सेना ने दो तख्तापलट किए, लेकिन इसके बाद भी देश में हिंसा जारी है। इस क्षेत्र में अशांति 2012 में माली में शुरू हुई, जब इस्लामवादियों ने तुआरेग अलगाववादी विद्रोह का अपहरण कर लिया था। इसके बाद से ही पड़ोसी बुर्किना फासो और नाइजर में हिंसा फैल गई। अब तक हजारों लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 25 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
ह्यूमन राइट्स वॉच ने मार्च में कहा था कि 2022 के बाद से नागरिकों पर सशस्त्र समूहों द्वारा हमलों में वृद्धि हुई है, जबकि राज्य सुरक्षा बलों और स्वयंसेवी रक्षा सैनिकों ने कई आतंकवाद विरोधी अभियान चलाए हैं।