मध्यप्रदेश के रतलाम निवासी सुरेश तंवर हर साल की तरह इस साल भी श्राध पक्ष में हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने पूरे विधिविधान के साथ 114 लावारिस शवों की अस्थियां गंगा में विसर्जित कर पिंडदान और तर्पण किया। ये सिलसिला पिछले कर्इ सालों से चलता आ रहा है। मध्यप्रदेश के रतलाम निवासी सुरेश सिंह तंवर वे शख्स हैं जो लावारिस शवों को मुक्ति दिलाने का काम कर रहे हैं। आपको बता दें कि सुरेश तंवर के बड़े भार्इ सोहन सिंह 25 साल पहले लापता हो गए थे, जिससे सुरेश बेहद दुखी हो गए।
उन्होंने अपने भार्इ की याद और उनके प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करने का एक अलग रास्ता निकाला। सुरेश लावारिस शवों का न सिर्फ दाह संस्कार करते हैं, बल्कि हर साल श्राध पक्ष में लावारिस शवों की अस्थियां गंगा में विसर्जित करने के लिए हरकी पैड़ी भी पहुंचते हैं। शु्क्रवार को भी तंवर 114 लावारिस अस्थियां लेकर हरिद्वार पहुंचे थे और आत्माओं की शांति के लिए अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया।