आम आदमी पार्टी के बागी विधायक सुखपाल सिंह खैहरा की खुद मुख्तयारी की मांग के जवाब में पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने अहम कदम उठाया है। इसके तहत पंजाब आप के फैसले अब दिल्ली नेतृत्व नहीं करेगा। इसके लिए पंजाब आप की कोर कमेटी बनाई गई है और इसे केजरीवाल ने इसे मंजूरी दे दी है। सांसद भगवंत मान ने इस 22 सदस्यीय कोर कमेटी की घोषणा की। प्रिंसिपल बुधराम को कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। मान ने कहा कि अब पंजाब के सारे फैसले कमेटी खुद करेगी।खैहरा गुट की खुद मुख्तियारी की मांग के जवाब में केजरीवाल ने अब कोर कमेटी का गठन करवाया है। कमेटी के नामों की घोषणा के बाद एक सवाल में उलझे मान ने चिढ़कर कहा, एह ओहना (केजरीवाल) दी पार्टी ए, सारे फैसले ओहना ने इ करने ह। यानि यह उनकी पार्टी है और ऐसे में सारे फैसले उनको ही करने हैं। इस पर पत्रकारो ने पूछा कि फिर खुद मुख्तियारी का क्या मतलब रह गया तो मान ने कहा कि सभी सियासी दलों में फैसले दिल्ली से ही होते हैं। पंजाब में कोर कमेटी सारे फैसले करेगी। इसके बाद अंतिम मुहर दिल्ली से लगेगी। मान ने इस बात का भी सेहरा अपने सिर बांधा कि उन्होंने ही बुधराम का नाम चेयरमैन के लिए सुझाया था।
भगवंत मान, प्रो. साधू सिंह, हरपाल सिंह चीमा, सर्वजीत कौर मानुके, एडवोकेट एचएस फूलका, अमन अरोड़ा, प्रिंसिपल बुधराम, कुलतार सिंह संधवा, प्रोफेसर बलजिंदर कौर, गुरमीत सिंह मीत हेयर, मनजीत सिंह बिलासपुर, कुलवंत सिंह पंडोरी, अमरजीत सिंह संधोआ, रुपिंदर कौर रूबी, डॉ. बलबीर सिंह, सुखविंदर सिंह सुक्खी, दलवीर सिंह ढिल्लों, गुरदित्त सिंह सेखों, डॉ. रवजोत सिंह, कुलदीप सिंह धालीवाल, जुमैल उल रहमान व मनजीत सिंह सिद्धू।
10 दिन पहले खैहरा ने बनाई थी कोर कमेटी
बागी विधायक सुखपाल खैहरा ने भी 10 दिन पहले कोर कमेटी का गठन किया था। इसके बाद केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली में आप विधायकों की बैठक बुलाकर कोर कमेटी के गठन को मंजूरी दी। मान ने कहा कि 7 अक्टूबर को पंथक संस्थाओं की तरफ से बेअदबी कांड के विरोध में रोष मार्च निकाला जा रहा है। इसी दिन आप के विधायकों व नेताओं की तरफ से कैप्टन के सरकारी आवास पर भूख हड़ताल की जाएगी। उन्होंने कहा कि आप इस मामले में सियासत नहीं करना चाहती। उन्होंने आरोप लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह व प्रकाश सिंह बादल मिलकर चल रहे हैं।
खैहरा व उनके गुट के विधायक भी हो सकते हैं शामिल
मान ने सियासी कूटनीति के तहत खैहरा गुट के विधायकों को भी कोर कमेटी में शामिल करने का चारा डाल दिया है। मान ने कहा कि खैहरा या उनकी टीम में से कोई भी कोर कमेटी में शामिल होना चाहता है, तो उनका स्वागत है। खैहरा के खुद मुख्तियारी के फैसले को लेकर मान जवाब देने से बचते रहे।
छोटेपुर से बातचीत का दौर फिर से शुरू
दूसरी ओर, आप में सुच्चा सिंह छोटेपुर की वापसी को लेकर आप नेताओं ने बातचीत का सिलसिला फिर से शुरू कर दिया है। मान ने इसका खुलासा किया कि रूठों का मनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कई बार गलतियां व गलत फैसले हो जाते हैं। छोटेपुर नाराज होकर चले गए थे। उन्हें पार्टी में वापस लाने की कोशिशें की जा रही हैं।