कर्नाटक में अब जेडीएस-कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. इस गठबंधन को राज्यपाल वजुभाई वाला ने सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है. अब बुधवार को जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
वहीं कुमारस्वामी अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आमंत्रण देने के लिए आज खुद दिल्ली आ सकते हैं. कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं के बीच आज बैठक हो सकती है. कर्नाटक के डिप्टी सीएम जैसे कई अहम मुद्दों पर विचार हो सकता है. संभावना है कि डिप्टी सीएम का पद कांग्रेस को मिले, हालांकि कांग्रेस ने जेडीएस को बिना कोई शर्त समर्थन दिया है. आजतक से बात करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि आज विधायक दल की बैठक में डिप्टी सीएम पर फैसला लिया जाएगा.
आपको बता दें कि सूत्रों के मुताबिक आज कांग्रेस की बैठक भी हो सकती है. राहुल गांधी के साथ बैठक में पार्टी नेता यह फैसला करेंगे कि कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार में कांग्रेस के कुल कितने मंत्री होंगे. माना जा रहा है कि कांग्रेस कोटे से कोई एक नेता उप मुख्यमंत्री बनेगा और इसके लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जी परमेश्वर की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है.
आपको बता दें कि कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद अब जेडीएस-कांग्रेस मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं. पहले सोमवार को शपथ लेने की बात कही जा रही थी, लेकिन बाद में इसमें परिवर्तन कर दिया गया. लिहाजा अब शपथ ग्रहण समारोह सोमवार की बजाय बुधवार को होगा.
कुमारस्वामी ने कहा कि जेडी(एस) गठबंधन सरकार का शपथ ग्रहण अब 21 मई की बजाय 23 मई को होगा. उन्होंने कहा कि 21 मई को राजीव गांधी की पुण्यतिथि है और ऐसे में इस दिन शपथ लेना उचित नहीं है. जेडीएस के नेशनल सेक्रेटरी जनरल दानिश अली ने बताया कि राज्यपाल वजुभाई वाला ने एचडी कुमार स्वामी को 23 मई (बुधवार) को दोपहर 12:30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है.
विपक्ष करेगा ‘शक्ति प्रदर्शन’
इस शपथ समारोह में तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) प्रमुख के. चंद्रशेखर राव, तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अन्य दिग्गज नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है. कुमारस्वामी सभी क्षेत्रीय नेताओं को व्यक्तिगत तौर पर समारोह में शामिल होने के लिए फोन करेंगे.
इससे पहले 17 मई को बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री की शपथ ली थी. इसके बाद राज्यपाल वजुभाई वाला ने उनको विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन की मोहलत दी थी, जिसके खिलाफ कांग्रेस और जेडीएस सुप्रीम कोर्ट चले गए थे.
सुप्रीम कोर्ट ने बीएस येदियुरप्पा को 28 घंटे यानी शनिवार शाम चार बजे तक विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा, लेकिन वो बहुमत जुटाने में विफल रहे और शक्ति परीक्षण से पहले ही इस्तीफे का ऐलान कर दिया. मालूम हो कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान हुए थे, जिसके नतीजे 15 मई को आए थे. इस चुनाव में बीजेपी 104 सीटों पर जीत दर्ज करके सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई थी. इसके अलावा कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटों पर जीत मिली थी.