केंद्र सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए किसानों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली-यूपी बॉर्डर से किसानबेशक वापस चले गए मगर दिल्ली के जंतर-मंतर पर लाठीचार्ज के खिलाफ 200 के करीब किसान धरने प्रदर्शन पर बैठ गए हैं.भारतीय किसान यूनियन (भानू) के बैनर तले जंतर-मंतर पर जुटे इन किसानों ने मांग रखी कि मंगलवार को जिस तरह से पुलिस के द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए उन पुलिसवालों पर कार्रवाई होनी चाहिए. किसानों ने कहा कि हम लाठीचार्ज और किसानों पर हुई बर्बरता की आलोचना करने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं.
किसान नेता भानु प्रताप सिंह ने कहा कि किसानों का सवाल है कि देश के अन्नदाता के साथ ऐसा बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज क्यों किया गया? पानी की बौछार, रबर की गोलिया, आंसू गैस के गोले के इस्तेमाल के खिलाफ सभी किसानों ने नाराज़गी ज़ाहिर की.
किसान नेताओं ने और कई मांगे सामने रखी हैं.
– किसान आयोग का गठन किया जाए
– किसान को प्रत्येक फसल के मूल्य तय करने का अधिकार दिया जाए
– तय मूल्य पर पूरी फसल खरीदने की व्यवस्था सरकार करे
– सभी किसानों के हर तरह के कर्ज़े माफ़ किए जाए
बता दें कि मंगलवार को दिल्ली के किसान घाट पहुंचने की कोशिश करने वाले हजारों किसानों को दिल्ली पुलिस ने रोक दिया था. किसानों को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की थी.