- सीएम योगी की श्री अन्न योजना से प्रभावित हुए आगरा के युवा, शुरू किया नया स्टार्टअप
- कोरोना के दौरान चली गई थी नौकरी, फिर शुरू किया आइसक्रीम का कारोबार
- उत्तर प्रदेश सरकार की मदद और कड़ी मेहनत से 45 लाख रुपये तक पहुंचा युवा उद्यमी का कारोबार
- संयुक्त राष्ट्र ने भारत के प्रस्ताव पर साल 2023 को इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर के रूप में किया है घोषित
आगरा। केंद्र में पीएम मोदी और प्रदेश में सीएम योगी श्री अन्न के उपयोग और बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही है। डबल इंजन की सरकार द्वारा श्री अन्न के गुणों और इसके महत्व को बताने के लिए विभिन्न प्रकार के आयोजन किए जा रहे है। श्री अन्न योजना से प्रभावित होकर आगरा में दो युवकों ने बाजरे की आइसक्रीम तैयार की। जो लोगों को खूब पसंद आ रही है। दोनों युवाओं की कड़ी मेहनत और सरकार के सहयोग से आज इनका कारोबार चल निकला है। टर्नओवर भी 45 लाख तक पहुंच गया है। दोनों युवक खुद अपने पैर पर खड़े तो हुए ही, इसके साथ ही 35 युवाओं को रोजगार भी दे रहे हैं।
संवर रहा युवाओं का भविष्य
सीएम योगी और पीएम मोदी द्वारा युवाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं से हजारों युवाओं का भविष्य संवर रहा है। अब युवा सरकारी नौकरी की बजाये स्वरोजगार को अपना रहे है। आगरा के फतेहाबाद रोड स्थित गांव कुंडौल निवासी विवेक उपाध्याय और गगन उपाध्याय ने सरकारी की नीतियों से प्रभावित होकर अपना स्टार्टअप शुरू किया। कोरोना महामारी के दौरान इन दोनों युवकों की नौकरी चली गई थी। दयालबाग शिक्षण संस्थान से फूड प्रोसेसिंग और डेयरी टेक्नोलॉजी में डिग्री प्राप्त दोनों युवकों की पढ़ाई के बाद आइसक्रीम की कंपनी में नौकरी मिल गई। लेकिन सन 2020 में कोरोना महामारी के कारण विवेक और गगन की नौकरी चली गई। इसके बाद दोनों भाइयों ने दिसंबर माह में आइसक्रीम का कारोबार शुरू किया। कारोबार शुरू करने के कुछ दिन बाद ही फिर दूसरी बार लॉकडाउन लग गया। इस पर भी दोनों ने हिम्मत नही हारी और कड़ी मेहनत के दम पर कारोबार को जारी रखा। धीरे-धीरे उनकी आइसक्रीम का स्वाद लोगों पसंद आने लगा। दोनों के काम करने की प्लानिंग, मार्केट रिसर्च और सरकारी मदद से कारोबार चल निकला। अब इनकी आइसक्रीम कंपनी से 35 युवाओं को रोजगार भी मिला हैं।
आइसक्रीम में बाजरे का इस्तेमाल
विवेक ने बताया कि श्री अन्न को लेकर पीएम मोदी और सीएम योगी के आह्वान से प्रेरित होकर हमने आइसक्रीम और कुल्फी में मोटे अनाज (श्री अन्न) का उपयोग किया। आइसक्रीम के साथ बाजरे की कुल्फी भी बनाई। इस कुल्फी में बाजरे के साथ दूध और शुद्ध शहद मिलाया जाता है। बाजरे की कुल्फी लोगों को खूब पसंद आ रही है। विवेक ने कहा कि बाजरे की इस कुल्फी को बच्चा, बूढ़ा कोई भी खा सकता है। श्री अन्न से बनी यह कुल्फी स्वाद के साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद है। अभी बाजरे की कुल्फी प्रचार-प्रसार के लिए सिर्फ 10 रुपये की कीमत रखी गई है। इस गर्मी के मौसम में लोगों को कुल्फी में बाजरा के बाद अब रागी और जौ को लेकर काम कर रहे हैं। विवेक और गगन ने बताया कि 15 लाख रुपये से आइसक्रीम कारोबार शुरू किया था, जिसका अब टर्नओवर 45 लाख रुपये पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि हम लोगों को श्री अन्न की आइसक्रीम और कुल्फी के स्वाद के साथ ही उसके फायदे भी लोगों को बता जागरूक करने का काम भी रहे हैं।