लेह: जम्मू-कश्मीर में एक दिन के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एशिया की सबसे लंबी और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जोजिला सुरंग की आधारशिला रखी. यह सुरंग श्रीनगर, करगिल और लेह के बीच सभी मौसमों में संपर्क मुहैया कराएगी. इस सुरंग के निर्माण से जोजिला दर्रे को पार करने का समय साढ़े तीन घंटे से घटकर मात्र 15 मिनट हो जाएगा .
लेह, कश्मीर और जम्मू क्षेत्रों के एक दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने यहां बौद्ध आध्यात्मिक गुरु 19 वें कुशक बाकुला रिनपोछे की 100 वीं जयंती के समापन समारोह में भी भाग लिया. प्रधानमंत्री की यह यात्रा रमजान के पवित्र महीने के दौरान आतंकवादी संगठनों के खिलाफ अभियानों को रद्द करने की केंद्र की घोषणा के बाद हो रही है. पाकिस्तान और चीन के साथ सीमा साझा करने वाले इस क्षेत्र में मोदी की यह दूसरी यात्रा है.
तीन घंटे का रास्ता 15 मिनट होगा तय
जोजिला दर्रा श्रीनगर – करगिल – लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर 11,578 फुट की ऊंचाई पर स्थित है और सर्दियों में भारी हिमपात के कारण यह बंद हो जाता है, जिससे लद्दाख क्षेत्र का कश्मीर से सड़क संपर्क टूट जाता है. इस परियोजना में 14.15 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने का लक्ष्य है, जिसमें दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही होगी. इस सुरंग के निर्माण से जोजिला दर्रे को पार करने का समय साढ़े तीन घंटे से घटकर मात्र 15 मिनट हो जाएगा
25,000 करोड़ रुपए की परियोजनाएं
एक समारोह में यहां पीएम मोदी ने कहा कि सभी तीनों क्षेत्रों में आज 25,000 करोड़ रुपए की लागत से परियोजनाओं का या तो उद्घाटन किया जाएगा या उनकी आधारशिला रखी जाएगी. उन्होंने कहा कि यह राज्य के तेजी से विकास की ओर केंद्र और प्रदेश सरकारों की प्रतिबद्धता दिखाता है.
18,000 गांवों को 1,000 दिनों में पहुंचाई बिजली
पीएम मोदी ने अपनी सरकार बनने के बाद देश में चल रहे विकास कार्यों पर कहा कि 18,000 गांवों को 1,000 दिनों के भीतर बिजली मुहैया कराई गई. इन गांवों को आजादी के बाद से बिजली नहीं मिली थी. उन्होंने कहा कि देश में आजादी के 70 साल बाद चार करोड़ घरों को बिजली नहीं मिली थी, उन्हें डेढ़ साल के भीतर बिजली के कनेक्शन दिए जाएंगे.
पाकिस्तान ने परियोजना के उद्घाटन पर चिंता जताई
पाकिस्तान ने पीएम द्वारा जम्मू कश्मीर में 330 मेगावाट किशनगंगा पनबिजली परियोजना के शनिवार को प्रस्तावित उद्घाटन पर चिंता जताई है. पाकिस्तान ने कहा कि दोनों देशों के बीच विवाद सुलझे बिना इसका उद्घाटन सिंधु जल संधि का उल्लंघन होगा. पीएम मोदी बांदीपुरा जिले में इस बिजली परियोजना का उद्घाटन करने जा रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, पाकिस्तान का मानना है कि विवाद के निपटारे के बिना परियोजना का उद्घाटन करना सिंधु जल संधि का उल्लंघन होगा.
लेह में जल विद्युत परियोजना की थी शुरू
बता दें कि श्रीनगर से 450 किलोमीटर उत्तर में स्थित लेह में मोदी इससे पहले 12 अगस्त 2014 को आए थे और तब उन्होंने एक जल विद्युत परियोजना का शुभारंभ किया था.