(शाश्वत तिवारी)। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की चार दिवसीय भारत यात्रा आज सोमवार से शुरू हो रही है। वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेंगी। उनका मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय चर्चा का भी कार्यक्रम है। चर्चा में सुरक्षा सहयोग, निवेश, संवर्धित व्यापार संबंध, बिजली और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग, साझा नदियों के जल बंटवारे, जल संसाधन प्रबंधन, सीमा प्रबंधन, मादक पदार्थों की तस्करी और मानव तस्करी से संबंधित मुद्दों को प्राथमिकता दी जाएगी। विदेश मंत्रालय के अनुसार, कुशियारा नदी के अपस्ट्रीम से पानी की निकासी, दोनों देशों के राष्ट्रीय रक्षा कॉलेजों के बीच सहयोग, न्यायिक अधिकारियों के बीच सहयोग, रेल के आधुनिकीकरण और क्षमता निर्माण और सूचना के बीच सहयोग से संबंधित समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होंगे। बता दें कि साल 2015 से अब तक दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की 12 बार मुलाकात हो चुकी है।
प्रधानमंत्री शेख हसीना इन कार्यक्रमों में लेंगी हिस्सा:
भारत के पीएम नरेंद्र मोदी औपचारिक रूप से शेख हसीना की अगवानी करेंगे। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। वह राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगी। विदेश मंत्री एसo जयशंकर भी हसीना से मुलाकात करेंगे। हसीना के अजमेर भी जाने की भी संभावना है। वह पीएम मोदी की ओर से आयोजित लंच में भी शामिल होंगी। बांग्लादेश के व्यापारिक निकायों के प्रतिनिधि भी हसीना के साथ होंगे, जिनका भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित एक व्यावसायिक कार्यक्रम में भाग लेने का भी कार्यक्रम है।
व्यापार के छेत्र में बांग्लादेश बना बड़ा भागीदार:
बांग्लादेश अब दक्षिण एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। पिछले पांच सालों में द्विपक्षीय व्यापार 9 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 18 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है। वित्त वर्ष 2020-21 में 9.69 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष 2021-22 में 16.15 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि के साथ बांग्लादेश भारत के लिए चौथा सबसे बड़ा निर्यात बन गया है। भारत की अच्छी तरह से जुड़ी हुई रेल प्रणाली का उपयोग बांग्लादेश को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया था जब COVID के दौरान भूमि मार्ग के माध्यम से व्यापार बाधित हो गया था।
ऑक्सीजन एक्सप्रेस से भारत ने की मदद साथ ही बांग्लादेश छात्रों को मिला छात्रवृत्ति का लाभ:
पहली बार भारतीय रेलवे ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने रेलवे कंटेनरों में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन को बांग्लादेश पहुंचाया। कुल मिलाकर रेलवे ने बांग्लादेश को COVID के खिलाफ लड़ाई के समर्थन में 20 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन किया था। महामारी के बावजूद दोनों देश महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी पहल पर प्रगति हासिल करने में सक्षम थे. कनेक्टिविटी क्षेत्र में हाल ही में कई उपलब्धियां हासिल हुई हैं जैसे त्रिपुरा में फेनी नदी पर मैत्री सेतु पुल का उद्घाटन और चिलाहाटी-हल्दीबाड़ी रेल लिंक का उद्घाटन हो चुका है। इसके साथ साल 1965 से पहले के छह में से पांच सीमा पार रेल लिंक चालू कर दिए गए हैं। भारत-बांग्लादेश मैत्री मुक्तिजोधा संतान छात्रवृत्ति के तहत, 9000 से अधिक बांग्लादेश छात्रों ने 2017 से भारत में शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति का लाभ उठाया है। इसके अलावा भारत बांग्लादेश के नागरिकों के लिए चिकित्सा इलाज का केंद्र रहा है। साल 2021 में जारी किए गए 2.8 लाख वीजा में से 2.3 लाख मेडिकल वीजा थे। मुक्तिजोधा चिकित्सा योजना के तहत साल 2018 से अब तक 147 मरीजों का इलाज किया गया है।