भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में संगीत नाटक अकादमी ने ‘रंग स्वाधीनता’ का आयोजन किया, जो भारत को साम्राज्यवाद की बेड़ियों से मुक्त करने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को संजोने का उत्सव था।
यह उत्सव 27 से 29 अगस्त, 2022 तक मेघदूत सभागार में आयोजित किया गया था। श्रीमती अमिता प्रसाद सरभाई, संयुक्त सचिव , संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार और उमा नंदूरी, संयुक्त सचिव, संस्कृति मंत्रालय एवं अध्यक्ष, संगीत नाटक अकादमी ने अपनी उपस्थिति से इस उत्सव की शोभा बढ़ाई।
इस वर्ष का उत्सव इस मायने में अनूठा था कि यह विशिष्ट रूप से लोक गायन शैलियों पर केंद्रित था। इस उत्सव में भारत के नौ राज्यों की कुल बारह टीमों और लगभग सौ कलाकारों ने हिस्सा लिया।
‘रंग स्वाधीनता’ में देश भर की लोक संगीत परंपराओं को प्रस्तुत किया जाता है। ‘रंग स्वाधीनता’ के पहले दिन का शुभारंभ सुभाष नगाड़ा एंड ग्रुप की प्रस्तुति के साथ हुआ, जिसने कहरवा ताल पर अनगिनत विविधताएं प्रस्तुत कीं और इसके साथ ही ‘दिल दिया है, जान भी देंगे’ जैसे लोकप्रिय देशभक्ति गीतों की धुनों का संयोजन प्रस्तुत किया।