एशिया कप के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ एक बार फिर भारतीय पार्ट टाइमर गेंदबाज केदार जाधव का जादू देखने को मिला। केदार ने ना केवल बांग्लादेश को बड़ा स्कोर बनाने से रोका बल्कि उसकी पारी ढहाने में भी अहम योगदान दिया।
एक वक्त बांग्लादेश 20 ओवर में बिना कोई विकेट खोए 120 रन बना चुका था, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अपने सभी मुख्य हथियार यानी भुवी, बुमराह, जडेजा, कुलदीप और चहल को गेंद थमाई लेकिन वह विकेट लेने में नाकाम साबित हुए।
अब इन गेंदबाजों के विकेट ना लेने के बाद रोहित के पास ही चारा बचता था और वह थे केदार जाधव, टीम इंडिया में जोड़ी ब्रेकर के नाम से मशहूर केदार ने अपनी कप्तान को निराश नहीं किया और अपने स्पैल की शुरुआत में ही उन्होंने मेहदी हसन को पवेलियन भेज अपनी टीम को पहली सफलता दिलाई। यही नहीं इसके बाद जाधव ने बांग्लादेश का सबसे बड़ा हथियार को भी फुस कर दिया।
इस गेंदबाज ने टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में चल मुश्फिकुर रहीम को भी बुमराह के हाथों कैच आउट करवा बांग्लादेश को सबसे बड़ा झटका दिया। इस मैच में केदार ने 9 ओवर की गेंदबाजी में 41 रन देकर 2 विकेट झटके।
इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ भी केदार की गेंदबाजी का जादू देखने को मिला था। उस मैच में भी केदार ने 3 विकेट लेकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वैसे ये पहला मौका नहीं है जब केदार ने अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को फंसाया हो, उनकी फिरकी पर दुनिया के कई बड़े बल्लेबाज फंस चुके हैं।
जाधव ने अब तक 43 वनडे में करीब 29 की औसत से 21 विकेट लिए हैं, लेकिन खास बात ये हैं कि इनमें से ज्यादातर विकेट ऊपरी क्रम के बल्लेबाजों के हैं, इसलिए इस गेंदबाज को शायद पार्ट टाइमर कहना गलत होगा।