आज उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पहली पुण्यतिथि है । 89 साल की उम्र में 21 अगस्त 2021 को निधन हो गया था। उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की स्मृति में लखनऊ के कैंसर इंस्टीट्यूट में कल्याण सिंह की 9 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है। करीब 30 लाख रुपये की लागत से यह तैयार की गई है। इसका लोकार्पण आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है। कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान में ऑपेरशन थियेटर ब्लॉक का लोकार्पण भी योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया है।
अलीगढ़ जिले के मढ़ौली ग्राम में तेजपाल सिंह लोधी और सीता देवी के घर पांच जनवरी 1932 को जन्मे कल्याण सिंह ने स्नातक तथा साहित्य रत्न (एलटी) की शिक्षा प्राप्त की और शुरुआती दौर में अपने गृह क्षेत्र में अध्यापक बने।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़कर कल्याण सिंह ने समाजसेवा के क्षेत्र में कदम रखा और इसके बाद जनसंघ की राजनीति में सक्रिय हो गये। वह पहली बार 1967 में जनसंघ के टिकट पर अलीगढ़ जिले की अतरौली सीट से विधानसभा सदस्य चुने गये और इसके बाद 2002 तक दस बार विधायक बने।
आपातकाल में 20 माह जेल में रहे कल्याण सिंह 1977 में मुख्यमंत्री राम नरेश यादव के नेतृत्व में बनी जनता पार्टी की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने। 1990 के दशक में वह राम मंदिर आंदोलन के नायक के रूप में उभरे और 1991 का विधानसभा चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा गया। पूर्ण बहुमत की भारतीय जनता पार्टी की सरकार में वह जून 1991 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने लेकिन छह दिसंबर 1992 को अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया।
बहुजन समाज पार्टी के समर्थन से 21 सितंबर 1997 को कल्याण सिंह ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस बीच 21 अक्टूबर 1997 को बसपा ने कल्याण सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया।
कल्याण सिंह 12 नवंबर 1999 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने रहे। 2004 में कल्याण सिंह भाजपा के टिकट पर बुलंदशहर लोकसभा क्षेत्र से पहली बार लोकसभा सदस्य बने। 2009 में उन्होंने एक बार पुन: भाजपा छोड़ दी और एटा लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के समर्थन से निर्दलीय सांसद चुने गये लेकिन बाद में वह भाजपा में लौट आये।