रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक कर हमने दुनिया को यह साफ संदेश दे दिया है कि सीमा पार से होनेवाले आतंकी हमलों का भारत किस तरह जवाब देगा।
सेना ने इस पराक्रम के जरिये यह संदेश भी दे दिया है कि आतंकवाद या किसी भी तरह का हमला भारत अब बर्दाश्त नहीं करेगा और इसका मुंहतोड़ जवाब देगा। इंडिया गेट के लॉन में सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ के जश्न ‘पराक्रम पर्व’ का आगाज करते हुए रक्षामंत्री ने शुक्रवार को यह बात कही।
इस समारोह के लिए बड़ी संख्या में तीनों सेनाओं के सैन्यकर्मियों और राजपथ पर उत्साह में उमड़े लोगों को संबोधित करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि 28-29 सितंबर 2016 की रात भारतीय सैनिकों ने दुनिया को यह दिखा दिया कि हम आतंकवाद का मुकाबला कैसे करेंगे। सर्जिकल स्ट्राइक के जरिये हमने यह भी बता दिया कि आतंकवाद ही नहीं हमारे देश में किसी भी तरह की गड़बड़ी करने की सीमापार की कोशिशों पर भारत अब केवल दर्शक बना नहीं रहेगा और किसी भी हमले का जवाबी दंड दिया जाएगा।
सर्जिकल स्ट्राइक की वर्षगांठ मनाने को वाजिब ठहराते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि,” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद शुक्रवार को जोधपुर में इसकी शुरुआत की और इंडिया गेट पर बड़ी संख्या में लोगों को इस जश्न में शामिल होते देख उन्हें आनंद की अनुभूति हो रही है। उनके अनुसार ऐसे मौके हमारे सैनिकों के पराक्रम और योगदान का स्मरण करने के लिहाज से मायने रखते हैं।”
इंडिया गेट पर 30 सितंबर तक चलने वाले पराक्रम पर्व प्रदर्शनी में तीनों सेनाओं की शौर्यगाथाओं के चित्र से लेकर उनके कुछ चुनिंदा छोटे हथियारों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इसमें करगिल युद्ध के दौरान दुश्मन को ध्वस्त कर देने वाले बोफोर्स तोप से लेकर 23 एमएम ट्विन डबल बैरल गन और तमाम दूसरे हथियारों की झलक देखी जा सकती है। हालांकि सर्जिकल स्ट्राइक के आपरेशन से जुड़े हथियारों और उपकरण प्रदर्शन में नहीं रखे गए हैं।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से बरामद हथियारों, गोला-बारूद और उनसे जब्त किये गए सामान के प्रदर्शन का हिस्सा जरूर हैं। इस मौके पर रक्षामंत्री ने सर्जिकल स्ट्राइक पर बने विशेष गीत का भी लोकार्पण किया। प्रसिद्ध गीतकार प्रसून जोशी के लिखे इस गीत को गायक कैलाश खेर ने गया है और इसके वीडियो में सैनिकों के पराक्रम के साथ कई जगहों पर पीएम मोदी की तस्वीरें भी हैं।
पराक्रम पर्व जश्न में रक्षा मंत्री के साथ मंच पर बैठे करगिल युद्ध विजय के दो जांबाज नायकों परमवीर चक्र विजेता संजय कुमार और ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव ने औपचारिक समारोह से पहले इंडिया गेट लॉन में मौजूद लोगों और स्कूली बच्चों को करगिल जंग के अपने आपरेशन की कहानी बयान कर जोश-जज्बात से सरोबार कर दिया। इन दोनों ने बेहद मुश्किल हालात में ऊंची चोट पर चढ़ाई कर पाकिस्तानी सैनिकों को मौत के घाट उतार अलग-अलग चोटियों पर तिरंगा लहराया था।
रक्षा सचिव संजय मित्रा और सूचना प्रसारण सचिव अमित खरे भी समारोह में तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अफसरों के साथ मौजूद थे। हालांकि सेना प्रमुख, नौसेना प्रमुख और वायुसेना प्रमुख पराक्रम पर्व के इस समारोह में शामिल नहीं हुए।
उरी हमले के बाद सेना ने की थी सर्जिकल स्ट्राइक
सेना ने 18 सितंबर 2016 को कश्मीर में उरी स्थित सैन्य बेस पर आतंकी हमले में शहीद हुए 19 सैनिकों की शहादत का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर में जाकर 28-29 सितंबर की रात सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
इस आपरेशन के दौरान सेना के एलीट पैरा कमांडो फोर्स ने पीओके के भीतर जाकर बड़े गुपचुप तरीके से एक साथ पांच पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी शिविरों पर धावा बोल उन्हें ध्वस्त कर दिया। इस सर्जिकल स्ट्राइक में 38 से 40 आतंकी मारे गए और उनके पांचों शिविर पूरी तरह बर्बाद कर दिये गए थे।