आज से ठीक दो साल पहले पाकिस्तान की सीमा में घुसकर भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तानियों को सबक सिखाने वाला सबसे बड़ा ऑपरेशन किया था. पाकिस्तान की हद में 3 किलोमीटर तक जाकर जवानों ने पाकिस्तान की धरती पर पोषित किए जाने वाले करीब 50 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था, साथ ही उनके कई ठिकानों को तहस-नहस कर दिया था.
सेना के इस शौर्य को सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी अपनी सरकार की बड़ी कामयाबी मानती है. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस मौके पर बताया कि सेना के जवान सीमा पार से होने वाली हर हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए आजाद हैं. उन्होंने संकेत दिए हैं कि भारत ने बीएसएफ जवान के साथ हुई क्रूरता का बदला दो दिन पहले ले लिया है.
‘गोलियां मत गिनना’
राजनाथ सिंह ने कहा कि दो साल पहले की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बावजूद पाकिस्तान अपनी करतूत से बाज नहीं आ रहा है और हम उसे सही ढंग में जवाब दे रहे हैं. उन्होंने हाल ही एक घटना का जिक्र करते हुए बताया, ‘हमारे बीएसएफ जवान के साथ बदतमीजी हुई थी, जवाब में दो दिन पहले भी हमारी तरफ से ठीक-ठाक हुआ. मैंने बीएसएफ के जवानों को कहा है कि पड़ोसी हैं पहली गोली मत चलना, लेकिन उधर से एक गोली चले तो फिर अपनी गोली मत गिनना.’