राघवेन्द्र प्रताप सिंह : हाल ही में अमेरिका-भारत सामरिक साझेदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) ने जनरल नरवणे और मैटिस को सार्वजनिक सेवा सम्मान प्रदान किया है। भारत और अमेरिका के संबंधों को मजबूत करने में अहम भूमिका के लिए पूर्व भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे और पूर्व अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस को सम्मानित किया गया।
अमेरिका-भारत सामरिक साझेदारी मंच के अध्यक्ष और सीईओ मुकेश अघी ने कहा है कि जनरल नरवणे और जिम मैटिस ने अमेरिका-भारत साझेदारी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारतीय सेना के प्रमुख के रूप में जनरल नरवणे ने रक्षा साझेदारी में सुधार और अमेरिका और भारत के बीच बढ़ती अंतर-क्षमता के साथ-साथ भारतीय सेना के आधुनिकीकरण में मदद की है। इसी तरह से पूर्व रक्षा मंत्री मैटिस ने अपने कार्यकाल में भारत को अमेरिका का सामरिक साझेदार बनाने के लिए काम किया।
जनरल नरवणे आजादी के बाद देश के 28वें आर्मी चीफ रहे। आर्मी चीफ से पहले लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सेना के उप प्रमुख के रूप में कार्यरत थे। उससे पहले नरवणे सेना की पूर्वी कमान का नेतृत्व कर रहे थे, जो चीन के साथ भारत की 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा की देखभाल करती है।
बता दें कि एम. एम. नरवण अपनी 39 वर्षों की सेवा में जम्मू और कश्मीर और पूर्वोत्तर में शांति, क्षेत्र और अत्यधिक सक्रिय आतंकवाद विरोधी वातावरण में कई कमांड और स्टाफ नियुक्तियों में काम किया है।