विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को वैश्विक आपात स्थिति घोषित किया है। इस संगठन के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस ए. घेब्रेयसस ने वैश्विक स्वास्थ्य संगठन की ‘इमरजेंसी कमेटी’ के सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बन पाने के बावजूद भी यह घोषणा की है। WHO ने माना है कि 70 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स का प्रसार होना एक ‘असाधारण’ हालात है जो अब वैश्विक आपात स्थिति है।
इससे पहले, डब्ल्यूएचओ ने कोविड-19,इबोला, जीका वायरस के लिए आपात स्थिति की घोषणा की थी। इस रोग को वैश्विक आपात स्थिति घोषित करने का यह मतलब है कि मंकीपॉक्स का प्रकोप एक असाधारण घटना है और यह रोग कई अन्य देशों में भी फैल सकता है तथा एक समन्वित वैश्विक प्रतिक्रिया की जरूरत है। वहीं भारत के केरल , पंजाब और दिल्ली में पिछले दो दिनों में मंकीपॉक्स के मामले पाए गए हैं।
मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। यह पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था। मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था। यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में होता है और कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में पहुंच जाता है।