नई दिल्ली। सऊदी अरब खाड़ी देशों में सबसे समृद्ध देशों में एक माना जाता है। सऊदी अरब इस वक्त हाईटेक हो चुका है और इस आधार पर पूरी दुनिया में अपनी पहचान बढ़ाता जा ररहा है।
दरअसल, सऊदी अरब ने पिछले कुछ वर्षों में ऐसी कई परियोजनाऐं बनाई हैं जिसके चलते उसकी चर्चा दुनियाभर में होती रही है। इसी कड़ी में सऊदी अरब एक और खास प्रोजेक्ट पर जुट गया है। इसे लेकर दुनियाभर की मीडिया में बात हो रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब रेगिस्तान में 500 अरब डॉलर खर्च करके एक खास शहर बनाने जा रहा है। इसे दुनिया में अब तक का सबसे लंबा और मुश्किल प्रोजेक्ट माना जा रहा है। विशेष बात ये है कि यह शहर बेल्जियम के आकार होगा।
बेल्जियम का क्षेत्रफल 30,528 वर्ग किलोमीटर (11,787 वर्ग मील) है।
सऊदी अरब द्वारा विकसित किये जा रहे शहर को नियोम नाम दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब के क्राऊन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इस हाई-टेक सिटी को नियोम नाम दिया है।
इस शहर में अंधेरे में चमकते समुद्र मिलेंगे, हवा में चलती ट्रेनें दिखेंगी, शहर में पर्यावरण का खास ध्यान रखा जाएगा। सऊदी अरब इसके जरिये अपनी इकॉनमी को भी बूस्ट करना चाहता है।
सऊदी अरब ने जिस जगह पर इस शहर को बसाने की योजना बनाई है, वहां पर अभी रेत और कुछ पहाड़ियां हैं। यह लाल सागर के तट के किनारे मौजूद है जहां ग्रीष्म ऋतु में तापमान 100F से ऊपर चला जाता है। इस जगह पर पानी का भी कोई स्रोत दूर तक नजर नहीं आता, लेकिन शहर को बसाने वालों का दावा है कि वे इन सबको पलट कर रख देंगे।