लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि जनमानस के यातायात की सुविधा का ध्यान रखना विभाग की जिम्मेदारी है। बढ़ते यातायात की आवश्यकता को देखते हुए अधिक यातायात वाले मार्गों का मानक के अनुसार चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण का कार्य कराया जा रहा है।
उप्र सरकार के सौ दिन पूरे होने पर लोक निर्माण विभाग की उपलब्धियां बताते हुए मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि बीते सौ दिनों में पांच से अधिक ग्रामीण सम्पर्क मार्गों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इन पांच सौ सम्पर्क मार्गों में 1126 किलोमीटर की लम्बाई में निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है। इस पर 787 करोड़ से अधिक का व्यय हुआ है। इसके साथ ही 841 कार्य प्रगति में हैं, जिनकी अवशेष लागत 882 करोड़ है। इन सभी ग्रामीण मार्गों को इसी वर्ष पूरा किया जाना तय है।
लोक निर्माण विभाग मंत्री ने कहा कि बीते सौ दिनों में 834 करोड़ की लागत से 89 सेतुओं का निर्माण कार्य हुआ। 1191 सेतुओं का कार्य प्रगति पर है, जो 3758 करोड़ की लागत से बन रही हैं। सेतु निगम की ओर से प्रतिवर्ष 45 नदी सेतु एवं 20 रेल उपरिगामी सेतुओं का निर्माण कार्य हो रहे हैं।
जनसुविधाओं के लिए सड़कों पर उन्होंने कहा कि बीते सौ दिनों में 511 किलोमीटर मार्गों का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण लगभग 1441 करोड़ की लागत के पूर्ण किये गये हैं। 17667 करोड़ लागत के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण के कार्य प्रगति में हैं। इसी तरह आगे 89 अन्तर्राज्यीय स्वागत द्वार बनाये जायेंगे, जो मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड के सीमा पर बनेगें।
उन्होंने कहा कि मथुरा वृंदावन क्षेत्र में बृज 84 कोसी परिक्रमा मार्ग का निर्माण 25 सौ करोड़ की लागत से कराया जा रहा है। जिसके लिए डीपीआर कंस्लटेंट का चयन हो चुका है और डीपीआर गठन की कार्यवाही हो रही है। विभाग में अभी आनलाइन एस्टीमेटर लाया गया है, जिससे समय व कागज की बचत होगी। सभी आगणनों में एकरूपता आएगी व समय से कार्यों की स्वीकृतियां जारी हो सकेगी। अभी इस वक्त 50 करोड़ की लागत से ईपीसी मोड पर भवनों का निर्माण कार्य हो रहा है।
उन्होंने कहा कि विभाग ग्रामीण अंचल का विकास करने के लिए समस्त राजस्व ग्रामों, बसावटों को पक्के मार्ग से जोड़ने की कार्यवाही कर रहे हैं। वर्तमान में 4393 बसावटें पक्के मार्ग से नहीं जुड़ी हैं, जिनमें से 1087 बसावटों जिनकी लम्बाई पांच सौ मीटर है, उसे पंचायती राज विभाग या ग्राम विकास विभाग की ओर से जोड़ने का प्रस्ताव है। इसके अलावा शेष ग्रामों को लोक निर्माण विभाग की ओर से पक्के सम्पर्क मार्ग से जोड़ा जायेगा। लोक निर्माण विभाग के 193 प्रमुख मार्गों पर बीते दिनों 40 हजार हर्बल पौधे लगाये गये हैं।