सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश अमित वीर सिंह की अदालत में नोएडा प्राधिकरण के टेंडर घोटाले में सुनवाई के दौरान नोएडा प्राधिकरण के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह की पत्नी कुसुमलता को छोड़ अन्य आरोपी पेश हुए।
28 सितंबर को होगी सुनवाई
कुसुमलता ने अधिवक्ताओं के माध्यम से हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र पेश किया। मामले की अगली सुनवाई के लिए 28 सितंबर की तारीख तय की गई है। लोक अभियोजक ने बताया कि सीबीआइ ने टेंडर घोटाले की दो फाइलों को मर्ज कर एक करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। उस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने दोनों फाइल मर्ज करने का निर्णय लिया।
अलग कर दी गई थी फाइल
दरअसल, लंबे समय तक कुसुमलता के फरार रहने के चलते इस मामले में उनकी फाइल अलग कर दी गई थी। पिछले दिनों उन्होंने अदालत में सरेंडर कर दिया था। इसी के चलते सीबीआइ ने विशेष अदालत में उपरोक्त प्रार्थना पत्र दिया था।
करोड़ों का है घोटाला
वर्ष 2011 में नोएडा में अंडरग्राउंड केबल डालने के काम में करोड़ों का घोटाला हुआ था। इसमें सीबीआइ ने नोएडा प्राधिकरण के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह, उनकी पत्नी कुसुमलता, प्रोजेक्ट इंजीनियर रामेंद्र, उनकी पत्नी बबीता सहित अन्य लोगों को आरोपी बनाया है।