नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 26-27 मई तक जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी की यात्रा पर थे। इस दौरान उन्होंने जी-7 में शामिल हुए राष्ट्राध्यक्षों को भारत की समृद्ध कला और शिल्प जुड़े विभिन्न उपहार भेंट किए। इसमें उत्तर प्रदेश की ‘एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना से जुड़े उपहार विशेष रूप से शामिल थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-7 नेताओं को भेंट किए उपहार, यूपी की ओडीओपी योजना से जुड़े उत्पाद रहे शामिल।
विदेश मंत्रालय से जुड़े आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को वाराणसी से मंगाई गई गुलाबी मीनाकारी कलाकृति भेंट की। वहीं, जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्ज को उन्होंने मुरादाबाद से मंगाए गए कफलिंक और ब्रोच दिए। सूत्रों के मुताबिक, मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को उत्तर प्रदेश के निजामाबाद से मंगाए गए काली मिट्टी के बर्तन भेंट किए।
जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्ज को मुरादाबाद के कफलिंक और ब्रोच को भेंट में दिया।
मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों को तोहफे में जरदोजी के डिब्बे में रखी इत्र की शीशियां दीं। वहीं इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी को उन्होंने आगरा के संगमरमर का ‘टेबल टॉप’ भेंट किया। सूत्रों ने बताया कि सेनेगल में हाथ से बुनाई की पुरानी परंपरा को देखते हुए मोदी ने देश के राष्ट्रपति के लिए तोहफे में मूंज की टोकरियां और कपास की दरी चुनी।
प्रधानमंत्री मोदी ने रामायण के साथ इंडोनेशियाई संस्कृति के स्थायी जुड़ाव को देखते हुए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो को ”राम दरबार” से जुड़े बर्तन भेंट किए। इन बर्तनों को वाराणसी से मंगाया गया था, जो प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र है। सूत्रों के मुताबिक मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को कश्मीर का मशहूर उत्पाद रेशमी कालीन भेंट की। प्रधानमंत्री जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने और विभिन्न देशों के नेताओं के साथ द्विपीय वार्ता करने के बाद मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) रवाना हो गए।