नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी)। उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दोहा में कतर के प्रधानमंत्री शेख खालिद बिन खलीफा बिन अब्दुल अजीज अल थानी से अमीरी दीवान में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की । इस बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि दोनों पक्षों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत की और व्यापार, निवेश, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग सहित द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की।
30 से 07 मई तक तीन देशों की यात्रा पर हैं उप राष्ट्रपति, तीसरे पड़ाव पर पहुंचे हैं कतर।
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार नायडू ने भारत से कतर की उपराष्ट्रपति स्तर की पहली यात्रा पर प्रसन्नता व्यक्त की। दोनों पक्षों ने 2015 में कतर के अमीर की भारत की ऐतिहासिक यात्रा और 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कतर की यात्रा के बाद से दोनों देशों के बीच शुरू हुए निरंतर और उच्चतम स्तर के जुड़ाव पर संतोष व्यक्त किया।
प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में दोनों पक्ष द्विपक्षीय संसदीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देने पर भी सहमत हुए।
बयान के अनुसार वे इस बात पर सहमत हुए कि कतर के अमीर की भारत की शीघ्र यात्रा सहित उच्च स्तरीय भागीदारी जारी रहनी चाहिए। दोनों पक्ष इस वर्ष के अंत में होने वाली विदेश मंत्री स्तर की संयुक्त आयोग के आयोजन की भी प्रतीक्षा कर रहे हैं। साथ ही दोनों पक्ष द्विपक्षीय संसदीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देने पर भी सहमत हुए।
मंत्रालय की ओर जारी बयान में बताया गया कि उप राष्ट्रपति नायडू ने कतर के साथ घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंधों के लिए भारत द्वारा की गई व्यापार, निवेश, ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, रक्षा, प्रौद्योगिकी, संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, मीडिया और लोगों से लोगों के संपर्क में बहुआयामी द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने भारतीय समुदाय का ख्याल रखने के लिए कतर के नेतृत्व को धन्यवाद दिया।
बयान के अनुसार कतर के प्रधानमंत्री शेख खालिद बिन खलीफा बिन अब्दुल अजीज अल थानी ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को याद किया जो पारस्परिक विश्वास पर आधारित हैं और कतर के विकास में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की। साथ ही कतर विश्वविद्यालय में भारतीय अध्ययन के लिए आईसीसीआर चेयर स्थापित करने पर सहमति बनी है। इसके अलावा एएनआई और कतर न्यूज एजेंसी ने भी द्विपक्षीय मीडिया सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है।
इस बात पर सहमत हुए कि उच्च स्तरीय जुड़ाव को बनाए रखा जाना चाहिए, जिसमें एक के माध्यम से भी शामिल है। कतर के आमिर की भारत की प्रारंभिक यात्रा। दोनों पक्ष इस वर्ष के अंत में विदेश मंत्री स्तर पर दोनों पक्षों के बीच संयुक्त आयोग के आयोजन की भी प्रतीक्षा कर रहे हैं। दोनों पक्ष द्विपक्षीय संसदीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देने पर भी सहमत हुए।
मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश में सहयोग को और बढ़ाने के लिए मजबूत प्रतिबद्धता व्यक्त की। कतर के प्रधानमंत्री अल थानी ने भारत में निवेश के अधिक अवसरों के लिए क्षेत्रों के बारे में पूछा। वहीं उप राष्ट्रपति नायडू ने बुनियादी ढांचे, भौतिक और डिजिटल कनेक्टिविटी, ऊर्जा, रक्षा और आतिथ्य सहित कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण अवसरों का पता लगाने के लिए कतरी पक्ष को आमंत्रित किया।
बयान के अनुसार कतर पक्ष ने कतर में शिक्षा, फार्मास्यूटिकल्स और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में अवसर तलाशने के लिए भारतीय संस्थाओं को भी आमंत्रित किया। दोनों पक्षों ने खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर हाल के वैश्विक घटनाक्रमों के प्रभाव पर चर्चा की। उन्होंने ऊर्जा साझेदारी के लिए अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को नवीनीकृत किया। उप राष्ट्रपति नायडू ने कतर के नेतृत्व को कतर की खाद्य सुरक्षा को पूरा करने में भारत की सहायता का आश्वासन दिया।
इस बीच उप राष्ट्रपति नायडू ने दोहा में भारत-कतर व्यापार मंच की बैठक में भाग लिया और ‘भारत-कतर स्टार्ट अप ब्रिज’ का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2021-22 के दौरान भारत और कतर के बीच द्विपक्षीय व्यापार 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर गया। व्यापार में ऊर्जा का बोलबाला है। हमारा ध्यान अब व्यापार का विस्तार और विविधता लाने पर है। कतर में 15,000 से अधिक भारतीय व्यवसाय पंजीकृत हैं।
बता दें कि उप राष्ट्रपति नायडू 30 से 7 मई तक तीन देशों की यात्रा पर हैं, जिसके तीसरे पड़ाव पर वह चार जून को कतर पहुंचे हैं, जहां उनका कतर के विदेश राज्य मंत्री सोल्टन बिन साद अल-मुरैखी ने गार्ड ऑफ ऑनर समारोह में उनका स्वागत किया। उप राष्ट्रपति के साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार तीन संसद सदस्य सुशील कुमार मोदी, विजय पाल सिंह तोमर और पी. रवींद्रनाथ सहित एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल है।