7 विधेयक और 4 अध्यादेश सदन से हुए पारित, जबर्दस्त हंगामें की भेंट चढ़ी सदन की पूरी कार्यवाही
लखनऊ, राघवेन्द्र प्रताप सिंह। आज 23 मई को उत्तर प्रदेश विधानसभा के 18 वें सत्र का पहला दिन सपा विधायकों के हंगामें कि भेंट चढ़ा। विधानमंडल के सत्र के पहले दिन सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की और वेल में उतर कर तख्तीयाँ लहराते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया। सपा सदस्य सरकार विरोधी नारों की तख्ती लेकर सदन में आए थे, जो राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही बेल में आकर तख्तीयों को लहराते हुए सरकार के खिलफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने ( राज्यपाल गो – बैक – गो बैक ) के नारे लगाए। वहीं महंगाई, आवारा पशुओं से बचाने को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
यूपी विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से बात करते हुए विधायकों से कहा कि मैं सभी सदस्यों का स्वागत करता हूँ । मैं उनसे राज्य के विकास के लिए अपनी ऊर्जा का उपयोग करने का आग्रह करता हूँ । उन्होंने बातचीत में संवाददाताओं से कहा कि 2022-2023 के लिए राज्य का बजट 26 मई को पेश किया जाएगा। सरकार उन मुद्दों पर चर्चा करने और उनका जवाब देने के लिए तैयार है, जिन्हें विधानसभा के सदस्य उठाएंगे। लेकिन सत्र शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के विधायको में विधानसभा में भारी विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
राज्यपाल सदन की कार्यवाही शुरू होते ही करीब 11.00 बजे सदन में पहुंच गईं। उन्होंने अपना अभिभाषण शुरू ही किया था कि विपक्ष खासतौर पर सपा के सदस्यों ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। सपा के सदस्य महंगाई की यह सरकार नहीं चलेगी…। आवारा पशुओं से बचाओं, महिलाओं का सम्मान नहीं कानून का राज नहीं, विपक्ष पर झूठे मुकदमे खत्म करो… जैसे नारों की तख्तियां लिए बेल में आकर नारेबाजी करना शुरू कर दिया। सपा के कई सदस्यों के हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था बुलडोजर का भय दिखाकर जनता से लूट बंद करो। सपा सदस्य लगातार जोरशोर से नारे लगाते रहे। सपा की महिला सदस्य भी वेल मे उतर आईँ। महिलाओं को सम्मान नहीं कानून का राज नहीं जैसे नारे वे लगाते दिखीं। महिला सदस्यों ने वेल में जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान राज्यपाल लगातार बिना रुके अभिभाषण पढ़ती रहीं। उन्होंने योगी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों का सिलसिलेवार ब्योरा पेश किया। खासतौर पर कानून-व्यवस्था, किसानों को लेकर लाई गई योजनाओं और अन्य विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने राज्य को वन ट्रिलियन इकानामी बनाए जाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबके प्रयास के मंत्र को लेकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्यपाल ने लगभग एक घंटे में अपना अभिभाषण पढ़ा। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार को महंगाई और बेरोजगारी पर जबाब देना होगा वहीं ओमप्रकाश राजभर ने कहा- बीजेपी महंगाई पर चर्चा नहीं कर रही बजट सत्र में शामिल होने आए सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला। राजभर ने कहा कि बीजेपी सत्र चलाना ही कहां चाहती है। वह महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दों पर चर्चा करने से बच रही है।
इसके बाद सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई । पुनः सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सदन की आगामी बैठकों के लिए निर्धारित एजेंडे की सदन को जानकारी दी। साथ ही अन्य जरूरी विधायी कार्य निपटाए गए। सदन की कार्यवाही को दोपहर 1 बजे से कल मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।