नई दिल्ली। पेगासस मामले पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित तकनीकी कमेटी ने 29 लोगों के मोबाइल फोन की जांच की है। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना की अध्यक्षता वाली बेंच ने तकनीकी कमेटी को निर्देश दिया है कि वो चार हफ्ते में मामले की निगरानी कर रहे पूर्व जज को रिपोर्ट सौंपे। मामले की अगली सुनवाई जुलाई में होगी।
कोर्ट ने कहा कि अभी हमें टेक्निकल कमेटी की अंतरिम रिपोर्ट मिली है। कमेटी ने कई लोगों से बात की है। मई के अंत तक रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। हम समय दे रहे हैं। 27 अक्टूबर 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस जासूसी मामले की सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच का आदेश दिया है। तीन सदस्यीय इस कमेटी की अध्यक्षता जस्टिस आर वी रविन्द्रन कर रहे हैं। कोर्ट ने इस जांच कमेटी की मदद के लिए तीन सदस्यीय तकनीकी कमेटी का गठन किया था। तकनीकी कमेटी में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी, गांधीनगर के डीन प्रोफेसर डॉक्टर नवीन कुमार चौधरी, अमृता विश्व विद्यापीठम, अमृतापुरम केरल के प्रोफेसर प्रभाहरन पी और आईआईटी बांबे के प्रोफेसर डॉक्टर अश्विन अनिल गुमाश्ते शामिल हैं।