चित्रकूट। धर्मनगरी चित्रकूट जिले के राजापुर थाना क्षेत्र के अतरसुई गांव के मजरा नोनागर में मंगलवार की देर रात द्वार चार के दौरान बाराती पक्ष की ओर से की गई ताबड़तोड़ हर्ष फायरिंग के दौरान दूल्हे के दादा और बहनोई की गोली लगने से मौत हो गई। जबकि दो बाराती गंभीर रुप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। दूल्हे समेत सभी बाराती मौके से भाग निकले। मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
रैपुरा थाना क्षेत्र के महुलिया निवासी अभिमन यादव के बेटे शंकर की शादी नोनागर निवासी ढइया यादव की पुत्री बुधिया के साथ तय हुई थी। मंगलवार की शाम को महुलिया से नोनागर बारात पहुंची थी। रात लगभग 11 बजे बारात द्वार चार की रस्म अदा करने के लिए दुल्हन पक्ष के दरवाजे पहुंची। इसी दौरान दो लाइसेंसी धारकों ने ताबड़तोड़ हर्ष फायरिंग शुरु कर दी। करीब आधा दर्जन राउंड फायर हुए। इस दौरान दूल्हे के दादा 50 वर्षीय रामलखन निवासी महुलिया व बुआ की बेटी के देवर (बहनोई) 28 वर्षीय रामकरन यादव निवासी उड़की रैपुरा के अलावा महुलिया निवासी रामफल व रामलाल गोली लग गई।
दूल्हे के बहनोई ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद भगदड़ मच गई। दो-तीन बरातियों को छोंडकर दूल्हे समेत अन्य सभी लोग मौके से भाग खड़े हुए। यहां तक बवाल में फंसने के डर से बारातियों को लेकर पहुंचने वाले वाहन भी चालक लेकर निकल आए।
घटना की सूचना पाकर पहुंचे राजापुर थाना प्रभारी अवधेश मिश्रा ने दूल्हे के दादा व दो अन्य घायलों को सीएचसी रामनगर पहुंचाया। प्राथमिक इलाज के बाद दूल्हे के दादा को जिला अस्पताल रेफर किया गया। जहां पर डाक्टरों ने देखने के बाद मृत घोषित कर दिया। जबकि दो अन्य घायल मामूली तौर पर घायल होने की वजह से इलाज के बाद घर चले गए।
घटना के बाद शादी की रस्म नहीं की गई
हर्ष फायरिंग में दो की मौत व दो अन्य के घायल होने के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। दोनों पक्ष के रिश्तेदार घटना के तुरंत बाद ही अपने-अपने गांव निकल गए। दूल्हा समेत उसके परिजन व बाराती खुद ही भाग आए। फलस्वरूप शादी नहीं हो सकी। मौत के बाद अफरा-तफरी के बीच चीख-पुकार मची रही।
लाइसेंस दोनाली बंदूकधारी को पुलिस ने पकड़ा
द्वार चार के दौरान हर्ष फायरिंग करने वाले एक दोनाली लाइसेंस धारक को पुलिस ने दबोच लिया है। जबकि दूसरा राइफल का लाइसेंसीधारक अभी फरार बताया जा रहा है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। बताते हैं कि दोनों ही लाइसेंसीधारक बारात पक्ष से आए थे। इनमें एक दूल्हे का फूफा बताया जा रहा है। जबकि दूसरा गांव का ही सजातीय है।