बिहार के मुजफ्फरपुर को दहला देने वाले पूर्व मेयर मर्डर को अंजाम देने के लिए पूरी साजिश रची गई थी. पूर्व मेयर समीर कुमार पर एके-47 राइफल से इतनी गोलियां बरसाई गईं कि उनके बचने की कोई गुंजाइश ही नहीं थी. दरअसल, कातिल किसी भी हाल में उन्हें जिंदा नहीं छोड़ना चाहते थे. पुलिस को शक है कि इस हत्याकांड के लिए भाड़े के हत्यारों का इस्तेमाल किया गया था.
रविवार की शाम मुजफ्फरपुर शहर गोलियों की आवाज़ से गूंज रहा था. बाइक सवार बदमाशों ने शहर के पूर्व मेयर समीर कुमार को एके-47 से भून डाला. हमलवारों ने 50 से अधिक राउंड फायरिंग की. वारदात को अंजाम देकर हवा में फायरिंग करते हुए वहां से फरार हो गए. इस दौरान पूर्व मेयर के ड्राइवर को भी कई गोली लगने से उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने जब पूर्व मेयर और उनके ड्राइवर का पोस्टमार्टम कराया तो खुलासा हुआ कि समीर को 16 गोलियां लगी थीं. सभी गोलियां उनके सिर और सीने में मारी गईं थी. जबकि उनके ड्राइवर रोहित के शरीर से 11 गोलियां निकालीं गईं. हत्या में इस्तेमाल हथियार और मारने के तरीके से पुलिस को लग रहा है कि इस काम को सुपारी किलर्स ने अंजाम दिया है.
कैसे और कहां हुई हत्या
आपको बता दें कि यह वारदात मुजफ्फरपुर के बनारस बैंक चौक पर शाम करीब 7:30 बजे की है. जानकारी के मुताबिक समीर कुमार अपनी गाड़ी में कहीं जा रहे थे, तभी बाइक पर सवार अपराधियों ने उन्हें ओवरटेक किया और फिर गाड़ी के सामने खड़े हो गए. इस वजह से पूर्व मेयर की ड्राइवर ने अपनी गाड़ी रोक दी. इसके बाद अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
घटना के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. पूर्व मेयर और उसके चालक के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले जाया गया. पुलिस फिलहाल इस घटना को लेकर कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है. हत्या के पीछे की वजह व्यक्तिगत है या फिर राजनीतिक इसको लेकर जांच की जा रही है.
पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी को भी खंगाला शुरू कर दिया है. वहीं कोशिश की जा रही है कि इस घटना में शामिल अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तार किया जा सके. पटना से महज 70 किलोमीटर की दूरी पर एके-47 से की गई इस हत्या ने एक बार फिर से बिहार सरकार और कानून व्यवस्था के ऊपर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.