लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व मुख्यमंत्रियों के सरकारी बंगले खाली कराने के आदेश पर केवल केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ही इच्छाशक्ति दिखाते हुए खुद बंगला खाली कराना शुरू कर दिया है। उधर शुक्रवार को राज्य संपत्ति विभाग ने सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगला खाली करने की नोटिस तामील कर दीं। नारायण दत्त तिवारी के आवास पर कोई न मिलने के कारण नोटिस रिसीव नहीं कराया जा सका है। राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश कुमार शुक्ला ने बताया कि उनका नोटिस दिल्ली भेजा जाएगा। नोटिस में 15 दिन का समय दिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्रियों से सरकारी आवास खाली कराने के लिए मचे घमासान के बीच केंद्रीय गृहमंत्री और स्थानीय सांसद राजनाथ सिंह ने ही नैतिक साहस दिखाया। उन्होंने मुख्यमंत्री के ठीक बगल वाले चार, कालिदास मार्ग के आवास को खाली कराना शुरू भी कर दिया। राजनाथ सिंह अब गोमतीनगर के विपुल खंड स्थित अपने 200 वर्गमीटर के निजी आवास में रहेंगे।
उन्होंने अपने पुत्र व विधायक पंकज सिंह के नाम पर चार कालिदास मार्ग वाले बंगले को आवंटित कराने से भी इन्कार कर दिया है। बताया जाता है कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश आते ही उन्होंने मुख्यमंत्री को फोन करके घर खाली करने की इच्छा जताई थी। उधर, सूत्रों का कहना है कि राजस्थान के राज्यपाल व पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह भी 2, माल एवेन्यू स्थित आवास को छोडऩे के लिए तैयार हैं। हालांकि कल्याण सिंह के यहां से इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
मुलायम के सुझाव पर मौन
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा गया पत्र मिलने की पुष्टि राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश कुमार शुक्ला ने की है परंतु उस पर टिप्पणी करने से इन्कार किया है। शुक्ला ने बताया कि इस पत्र पर मुख्यमंत्री के स्तर पर ही फैसला हो सकेगा।
पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवंटित बंगले
4, विक्रमादित्य मार्ग में अखिलेश यादव, 5, विक्रमादित्य मार्ग में मुलायम सिंह यादव, 13, माल एवेन्यू में मायावती, 2, मालएवेन्यू में कल्याण सिंह, 1, माल एवेन्यू में नारायण दत्त तिवारी और 4, कालीदास मार्ग पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह रह रहे हैं।