महोबा। कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र में बीती रात एक महिला ने अपने तीन बच्चों (दो बेटियों व एक बेटे) की घर के अंदर हत्या कर दी। बच्चों को मारने के बाद उसने भी फांसी लगाकर जान दे दी। जिस समय महिला ने इस घटना को अंजाम दिया, उस समय घर के सभी पुरुष सदस्य खेत में पानी लगाने गए थे। बीते रोज देर शाम को जब परिजन खेत से घर लौटे तब घटना की जानकारी हुई। पुलिस ने घटनास्थल की जांच कर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
घर के अंदर से लगी थी कुंडी और ताला
कुलपहाड़ कस्बे के नई तहसील के निकट कठवरिया मोहल्ला निवासी कल्याण सिंह यादव किसानी करके परिवार का भरण पोषण करता है। किसान ने बताया कि शुक्रवार की रात को वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ खेत पर पानी लगाने गया था। देर रात कल्याण खेत से जब वापस घर आया, तब उसने घर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन पत्नी सोनम ने दरवाजा नहीं खोला। काफी देर बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो कल्याण किसी तरह घर के अंदर गया तो उसने देखा कि अंदर से दरवाजे की कुंडी व ताला लगा हुआ था। वहीं, उसकी पत्नी का शव फांसी के फंदे से लटक रहा है। बड़ा बेटा विशाल (11) दो बेटियां (09) आरती और अंजलि (07) का गला रस्सी से घोंटने के बाद गले को हंसिए से काटा गया था। अधिक खून बहने से चारों की मौत चुकी थी।
दम्पति में चल रही थी अनबन
मृतका सोनम के बड़े भाई भानसिंह ने बताया कि बहन और बहनोई कल्याण यादव में दीपावली पर्व के बाद से ही अनबन चल रही थी। वे दोनों एक-दूसरे से बातचीत नहीं करते था। किसान घर पर खाना भी नहीं खा रहा था। जब उन्हें जानकारी हुई थी तो दोनों को समझाया था। लेकिन इसके बावजूद दोनों में सुलह नहीं हो पाई थी।
बड़ी बेटी बाल-बाल बच गई
कल्याण और सोनम की चार संतानें थीं। संयोग से बड़ी बेटी कुछ दिन पहले ही अपनी मौसी के घर गई थी। इसलिए वह बच गई। अन्यथा यह हो सकता था कि बड़ी बेटी भी जीवित न बच पाती।
पुलिस घटना को मान रही संदिग्ध
कुलपहाड़ कोतवाली प्रभारी उमेश कुमार ने बताया कि पूरे हत्याकांड को सोनम ने अंजाम दिया है यह कहना अभी जल्दबाजी होगी। उनके अनुसार इस संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि किसी और व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम दिया हो। घटना के खुलासे को लेकर फॉरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।