लखनऊ। सातवें वेतन आयोग की सभी सिफारिशों को लागू करवाने की मांग को लेकर डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के चिकित्सक बांह पर काला फीता बांधकर इन दिनों मरीजों का इलाज कर रहे हैं। लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के फैकल्टी एसोसिएशन से इस संबंध में निदेशक व शासन स्तर पर वार्ता जारी है। फैकल्टी एसोसिएशन वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग कर रहा है।
लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के फैकल्टी एसोसिएशन के सविच डा. विकास सिंह ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती हमारा सांकेतिक विरोध जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि आज से हम लोग हड़ताल करने वाले थे लेकिन मरीजों के हितों को ध्यान में रखते हुए हम लोगों ने हड़ताल स्थगित कर दी है। डा. विकास सिंह ने बताया कि आज शाम को विभागीय मंत्री से इस संबंध में फैकल्टी एसोसिएशन के प्रतिनिधिमण्डल के साथ वार्ता होगी। इसके बाद आगे की रणनीति तय की जायेगी।
डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के फैकल्टी एसोसिएशन के सदस्य डॉ. राजीव रतन सिंह ने बताया कि जब सातवें वेतन आयोग की सभी सिफारिसें एम्स के सभी संस्थानों तथा एसजीपीजीआई में पूर्व में ही लागू हो चुकी हैं तो लोहिया संस्थान के चिकित्सकों के साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है। जबकि इस संस्थान में कार्यरत चिकित्सा शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति व प्रोन्नति की योग्यता एवं वेतन भत्ते एम्स के समान देने की व्यवस्था है।