धर्मांतरण व लव जेहाद रोकने तथा ‘घर वापसी’ जैसे लक्ष्य हासिल करने के लिए विश्व हिंदू परिषद के मातृशक्ति व दुर्गावाहिनी संगठन आगामी 25 सितंबर से हरियाणा में ‘हित चिंतक अभियान’ चलाएंगे। जिन राज्यों में इस वर्ष चुनाव होने हैं, वहां के लिए अभी कार्यक्रम तय नहीं किया है, लेकिन अन्य राज्यों में भी हरियाणा के साथ ही 25 सितंबर को अभियान शुरू होगा। विश्व हिंदू परिषद की स्थापना वर्ष 1964 में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन हुई थी। विहिप विभिन्न सेवा प्रकल्प चला रही है।
विहिप के अधीन युवतियों के लिए दुर्गावाहिनी व माताओं के लिए मातृशक्ति संगठन है। परिषद की ओर से युवतियों के लिए आत्मरक्षा के प्रशिक्षण की व्यवस्था तथा सत्संग व धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाया जाता है। परिवार में हिंदू संस्कारों के बीजारोपण के लिए बाल संस्कार केंद्रों का संचालन किया जाता है, जबकि सेवा कार्यों के प्रति प्रेरित करने के लिए परिवार प्रबोधन के कार्यक्रम किए जाते हैं।
मातृशक्ति व दुर्गावाहिनी का लक्ष्य सेवा, सुरक्षा व संस्कार हैं। कोई धर्मांतरित न हो तथा कोई लव जेहाद का शिकार न हो इसके लिए समाज को सजग और सतर्क करना तथा जिन्होंने किसी मजबूरी में धर्मांतरण कर लिया था उनकी घर वापसी करवाना भी परिषद का उद्देश्य है, लेकिन अकेले इन्हीं तीन मुद्दों पर लक्ष्य केंद्रित नहीं हैं।
नारी सशक्तीकरण के लिए बहन-बेटियों को स्वावलंबी और स्वाभिमानी बनाना भी विहिप के नारी संगठनों का लक्ष्य है। इसके लिए रोजगार प्रशिक्षण व बालिका छात्रवासों का संचालन जैसे सेवा प्रकल्प हाथ में लिए गए हैं। प्रत्येक तीन वर्ष पर देशभर में हित चिंतक अभियान चलाया जाता है।
इस अभियान का लक्ष्य मातृशक्ति व दुर्गावाहिनी संगठनों में अधिकाधिक माता-बहनों को जोड़ना है, जिससे धर्मांतरण व लव जेहाद सहित सभी संकल्प पूरे करने में अधिकाधिक मदद मिल सके। 26 को गुरुग्राम आएंगे चंपतराय: हरियाणा की मातृशक्ति व दुर्गावाहिनी की ओर से आगामी 26 सितंबर को गुरुग्राम के सेक्टर 10 ए में स्थित श्रीकृष्ण मंदिर में शाम तीन बजे विशेष कार्यशाला का आयोजन होगा।
‘दुर्गाशक्ति-संकल्प एवं लक्ष्य’ विषय पर होने वाली कार्यशाला में विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपतराय बतौर मुख्य वक्ता शामिल होंगे। इस आयोजन का उद्देश्य भी हित चिंतक अभियान को गति देना है।
डॉ. अनिता मान (प्रांत संयोजिका मातृ शक्ति) का कहना है कि सिर्फ धर्मांतरण व लव जिहाद रोकना हमारा लक्ष्य नहीं है। हित चिंतक अभियान के पीछे व्यापक सोच है। जब हमारे संगठन का विस्तार होगा तो लक्ष्य हासिल करने में आसानी होगी।