महेश भट्ट आज अपना 70वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर उनकी बेटी पूजा भट्ट और आलिया भट्ट ने सोशल मीडिया पर भी बधाई दी है। जागरण डॉट कॉम से एक्सक्लूसिव बातचीत में पूजा भट्ट ने बताया था कि, वे भट्ट साहब पर डॉक्यूमेंट्री बनाएंगी। जी हां, पूजा भट्ट ने इस बात के बारे में खुलासा जागरण डॉट कॉम से बात करते हुए किया।
महेश भट्ट के 70वें जन्मदिन के मौके पर बात करते हुए पूजा भट्ट ने कहा कि, मैं भट्ट साहब पर डॉक्यूमेंट्री बनाना चाहती हूं। लेकिन इसे एेसा न समझा जाए कि उन्हें ग्लोरिफाई करने के लिए एेसा किया जाएगा। बल्कि मैं यह बताना चाहती हूं कि मैं एेसा इसलिए करूंगी क्योंकि मैं खुद उन्हें समझना चाहती हूं। जिस व्यक्ति को पिता, दोस्त, शिक्षक कहती हूं वो आखिरकार है क्या? क्योंकि भट्ट साहब मेरी जिंदगी के गाइडिंग फोर्स रहे हैं और एेसे ही वे कितने लोगों के गाइडिंग फोर्स रहे होंगे। उन्होंने हमारी जिंदगी को सही दिशा देखर बदला है और दूसरों के साथ भी एेसा ही किया है।
पूजा भट्ट कहती हैं कि, भट्ट साहब हमेंशा कुछ न कुछ देते आए हैं। वे हमेशा गिवर रहे हैं। मैं अपने आपको खुशकिस्मत समझती हूं और प्रीविलेज फील करती हूं कि मैं उनके करीब हूं। भट्ट साहब समुद्र की तरह हैं जो हर बात को एब्जॉर्ब कर लेते हैं। उनके लिए कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। किसी भी दुनिया में उनको लेकर चले जाइए वे हमेशा दिल से बोलेंगे।
पूजा बताती हैं कि, जब भी एक्टर्स किसी डायरेक्टर के साथ काम करते हैं तो एटीट्यूड महत्वपूर्ण हो जाता है। एेसे में अगर डायरेक्टर ही एक्टर्स से कॉम्पीटिशन करने लगे तो बात नहीं बनती। और एेसा होना भी नहीं चाहिए। भट्ट साहब ने एेसा एटीट्यूड कभी नहीं रखा। वे हमेशा अपने साथ वालों को आगे बढ़ाते आए। उन्हें फ्रीडम दी और एंकरेज भी किया। वे एनर्जी का सोर्स हैं। मिलते ही हर कोई चार्ज हो जाता है।
पूजा भट्ट कहती हैं कि मुझे कभी-कभी यह समझ नहीं आता कि भट्ट साहब आखिरकार क्या हैं। फकीर हैं, सूफी हैं या आम आदमी, क्योंकि उनका जीवन सादगी भरा रहा है। हमेशा बस ब्लैक शर्ट और जींस पैंट पहनकर चल पड़ते हैं। बाहर जाना हो तो भी ज्यादा कुछ नहीं करते। कभी-कभी उनको गिफ्ट में महंगी चप्पल भी दे दो तो कहते हैं कि मुझे महंगा चप्पल नहीं चाहिए, मेरा सस्सा वाला ही ठीक है। वे अपनी चीजों के लिए कभी किसी को कुछ न बोलते हैं और न ही परेशान करते हैं। यह कह सकती हूं कि इस इंसान को खरीदा नहीं जा सकता और जिसे खरीदा नहीं जा सकता।
आज भी याद पूजा पूरानी यादों के पिटारे में से एक बात का जिक्र करते हुए कहती हैं कि फिल्म चाहत की शूटिंग चल रही थी। शाहरुख़ खान और रॉबिन भट्ट साथ थे। एक व्यक्ति सबको छोड़कर सिर्फ भट्ट साहब को देखे जा रहा था। भट्ट साहब ने देखा और कुछ देर बाद उस व्यक्ति से बोले कि, एेसे क्यों देख रहे हो। वो व्यक्ति बोला कि, जहां पर अंधेरी रात में आग दिखती है तो आपके अंदर भी वो दिख रही है। वाकई मैं कह सकती हूं कि फायर हैं वो।