नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकों से प्रतिष्ठित और यादगार उपहारों और स्मृति चिन्हों की ई-नीलामी में भाग लेने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि ई-नीलामी से प्राप्त राशि गंगा नदी के संरक्षण और कायाकल्प के उद्देश्य से नमामि गंगे अभियान को प्रदान की जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी को प्रदान किए गए उपहारों की ई-नीलामी का तीसरा संस्करण 17 सितंबर से 7 अक्टूबर तक वेब पोर्टल https://pmmementos.gov.in. के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। व्यक्ति और संगठन उक्त वेब पोर्टल के माध्यम से ई-नीलामी में भाग ले सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, “समय के साथ, मुझे कई उपहार और स्मृति चिन्ह मिले हैं जिनकी नीलामी की जा रही है। इसमें हमारे ओलंपिक नायकों द्वारा दिए गए विशेष स्मृति चिन्ह शामिल हैं। नीलामी में अवश्य भाग लें। आय नमामि गंगे पहल में जाएगी।”
संस्कृति मंत्रालय के अनुसार, स्मृति चिन्ह में टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों और टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों के विजेताओं द्वारा प्रधानमंत्री को उपहार में दिए गए स्पोर्ट्स गियर और उपकरण शामिल हैं। अन्य दिलचस्प कलाकृतियों में अयोध्या राम मंदिर की प्रतिकृति, चारधाम, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, मॉडल, मूर्तियां, पेंटिंग और अंगवस्त्र शामिल हैं।
मंत्रालय के अनुसार, ई-नीलामी के इस चरण में लगभग 1330 स्मृति चिन्हों की ई-नीलामी की जा रही है। टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता सुमित अंटिल और टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में नीरज चोपड़ा द्वारा इस्तेमाल भाले सबसे अधिक आधार मूल्य वाले आइटम हैं। इन प्रत्येक आइटम का आधार मूल्य एक करोड़ रुपये है। सबसे कम कीमत वाली वस्तु एक छोटे आकार का सजावटी हाथी है जिसकी कीमत 200 रुपये है।
कुछ अन्य वस्तुएं जैसे लवलीना बोरगोहेन द्वारा इस्तेमाल किए गए बॉक्सिंग दस्ताने, जो नीले रंग के हैं और नीचे की तरफ स्ट्रैप्ड हैंडल हैं और इस पर खिलाड़ी ने खुद हस्ताक्षर किये हैं, उन्हें भी नीलामी के लिए रखा गया है। पैरालंपिक में स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा नागर द्वारा हस्ताक्षर किए गए बैडमिंटन रैकेट की भी बोली लगाई जा रही है। इसके अलावा एक टेबल टेनिस रैकेट भी है, जो टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों की रजत पदक विजेता भाविना पटेल द्वारा हस्ताक्षर किया गया है। इसका उपयोग टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में भाविना पटेल द्वारा किया गया था।