कोविड काल में स्थगित रहा आरोग्य स्वास्थ्य मेला
बाराबंकी। कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के बाद अब फिर हर रविवार को स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजन करने का निर्णय लिया गया है। शासन के निर्देश पर जनपद के 57 पीएचसी पर आज यानि रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाएगा। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, मंडलीय अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किये हैं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य मेंला के नोडल अधिकारी डा. डीके श्रीवास्तव ने बताया मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला का आयोजन सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक हर शहरी व ग्रामीण 57 स्वास्थ्य केन्द्रों पर किया जाएगा। स्वास्थ्य मेला कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए संचालित होगा। उन्होंने बताया मेले में आधारभूत पैथालॉजिकल जांच, विशेष रूप से रैपिड डायग्नोस्टिक किट आधारित जांच की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। गंभीर रोगियों को उपचार के लिये अस्पताल में ले जाने के लिये एंम्बुलेस तैनात की जाएगी। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि मेले में आयुष्मान योजना के लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड भी बनाए जाएंगे। गोल्डन कार्ड अवश्य बनवा लें अन्यथा उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। साथ ही योजना से वंचित भी हो सकते हैं।
सीएमओ डॉ रामजी वर्मा ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र जारी कर मेले का आयोजन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि अब कोरोना का प्रसार कम हो चुका है। ऐसे में नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए फिर आरोग्य स्वास्थ्य मेला शुरू किया जा रहा है। मेलों के प्रवेश द्वार पर पल्स ऑक्सीमीटर एवं थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था सहित एक कोविड हेल्प डेस्क को सक्रिय किया जाएगा। स्क्रीनिंग के बाद ही लोगों को मेले में प्रवेश दिया जाएगा। सैनिटाइजेशन और मास्क अनिवार्य होगा। मुंह में मास्क व गमछा लपेटे हुए व्यक्तियों को ही मेले में प्रवेश दिया जाएगा।
मेले में मिलती हैं ये सुविधाएं-
आरोग्य स्वास्थ्य मेले में बुखार डेंगू, मलेरिया,चिकिनगुनिया,टाइफाइड समेत मौसमी बीमारियों की जांच, गर्भवती व बच्चों को टीकाकरण, जांच व दवा दी जाती है। निशुल्क जांच भी होती है। नि:शुल्क सेनेटरी पैड का वितरण होता है। नसबंदी के लिए पंजीकरण, आंखों की निशुल्क जांच, परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों का निशुल्क वितरण, गर्भावस्था, प्रसवकालीन व जन्म पंजीकरण का परामर्श, बच्चों में डायरिया, निमोनिया रोकने सहित अन्य बीमारियों के बारे में जानकारी दी जाती है।