- अंडरवर्ल्ड के सहारे हुआ आतंकी गतिविधियों में संलिप्त
- पत्नी को नहीं है पुलिस के दावे में यकीन
- भाई का दावा लाला एंड्रॉयड फोन का नहीं करता है इस्तेमाल
रायबरेली। दिल्ली पुलिस द्वारा आंतकी मॉड्यूल का खुलासा होने के बाद एटीएस द्वारा रायबरेली से जिन दो लोगों को पकड़ा गया है वह ऊंचाहार के अकोढिया गांव के निवासी हैं और आपस में दोस्त हैं।
अभी तक जो जानकारी सामने आई है उनमें मूलचंद लाला बेहद शातिर है, साधारण पृष्ठभूमि से आने वाला लाला इंटर तक पढ़ा है, गांव में उसे लोग साजू नाम से जानते हैं।घर में पत्नी के अलावा दो बच्चे हैं और खेती ही उसकी आय का जरिया है। हालांकि एटीएस द्वारा पकड़े जाने से उसके परिजन व गांव वाले भी हैरान हैं और किसी को उसकी आतंकी गतिविधियों की भनक तक नहीं थी।
लाला के परिचितों के अनुसार वह दो साल पहले तक गांव में मनरेगा में मुंशीगीरी का काम करता था, लेकिन एटीएस की गिरफ्तारी के बाद उसके विषय में जो जानकारी सामने आ रही है वह बेहद चौकाने वाली है।
दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि मूलचंद लाला मुम्बई के एक माफिया अनीस इब्राहीम के सीधे संपर्क में था और उसी ने मुम्बई के जान मोहम्मद शेख उर्फ समीर कालिया से उसका संपर्क कराया था। दावा है कि लाला को एक हैंडलर के रूप में इस्तेमाल करना था। लाला के लिए जिम्मेदारी थी कि वह अवध के जिलों में लोकेशन ट्रैस करके अपने खरतनाक मंसूबों को अंजाम देना था। जान मोहम्मद शेख को भी मुम्बई से गिरफ्तार किया जा चुका है।
लाला के विषय में स्थानीय स्तर पर जो जानकारी मिली है उसके अनुसार वह अक्सर घर से कुछ दिनों के लिए गायब हो जाता था, पूछने पर बताता था इस समय लखनऊ में प्रॉपर्टी डीलिंग का व्यवसाय कर रहा है। अंदर खाने से जो जानकारी आ रही है उसके अनुसार लाला के तार मुम्बई गए लोगों से उसके सीधे संपर्क हो सकते हैं। संभावना है कि मूलचंद लाला का काम हैंडलर का था, इसके अलावा जो जानकारी आई है कि मूलचंद लाला का प्रायगराज काफी आना जाना रहा है और आशंका है कि उसके तार इन लोगों से जुड़े हो सकते हैं।
लाला के घर में पत्नी सुधा और एक बेटा व बेटी हैं जो नवीं व ग्यारहवीं में पढ़ते हैं, हालांकि मूलचंद लाला की पत्नी सुधा और भाई पुत्तू का कहना है कि मूलचंद बेहद साधारण इंसान है और घर पर ही खेती करता है। वह एंड्रॉयड फोन तक इस्तेमाल नहीं करता है,पुलिस के इस दावे पर उन्हें भरोसा नहीं है। इसके अलावा एटीएस द्वारा हिरासत में लिया गया दूसरा युवक मो फ़हीम मुम्बई में रहता है और उसका पूरा परिवार भी काफी पहले से वहां है। हालांकि दो सालों से फ़हीम गांव में ही है। एटीएस अभी मो फ़हीम के विषय में जानकारी कर रही है और उसका खुलासा नहीं किया गया है।
फ़हीम के पिता जब्बार शेख ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि पुलिस सुबह बेटे को ले गई है और किसी आंतकी गतिविधियों में उसका हाथ नहीं है।